भोपाल, 17 फरवरी : मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने शनिवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कमलनाथ को अपना "तीसरा बेटा" बताया था और उन अटकलों को खारिज कर दिया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकते हैं. पार्टी में कमलनाथ के सहयोगी और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी इन अटकलों को खारिज किया और इन बातों को "मीडिया की उपज" करार दिया.
पटवारी ने संवाददाताओं से कहा, "क्या आप इंदिरा जी के तीसरे बेटे के भाजपा में शामिल होने का सपना देख सकते हैं?" उन्होंने कहा कि कमलनाथ बुरे दौर में कांग्रेस के पीछे चट्टान की तरह खड़े रहे जब ज्योतिरादित्य सिंधिया के मार्च 2020 में भाजपा में शामिल होने के बाद उनके (कमलनाथ के) नेतृत्व वाली सरकार गिर गई थी. भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच, कमलनाथ शनिवार दोपहर दिल्ली पहुंचे और कहा कि अगर ऐसी कोई बात होगी, तो वह पहले मीडिया को बताएंगे.
पत्रकारों के साथ अपनी संक्षिप्त बातचीत में कमलनाथ ने मीडियाकर्मियों को उत्साहित नहीं होने को कहा. वहीं, दिग्विजय सिंह ने कहा कि नेहरू-गांधी परिवार के साथ अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने वाले कमलनाथ कभी पार्टी नहीं छोड़ सकते. उन्होंने जबलपुर में संवाददाताओं से कहा, "ब्रेकिंग के चक्कर में मत पड़ो. मैंने कल रात करीब साढ़े दस या 11 बजे कमलनाथ जी से बात की थी. वह छिंदवाड़ा में हैं.
वह व्यक्ति जिसने अपनी राजनीतिक पारी गांधी और नेहरू परिवार के साथ शुरू की. वह उस समय पार्टी के पीछे खड़ा था जब पूरी जनता पार्टी और तत्कालीन सरकार इंदिरा जी को जेल भेज रही थी.’’ सिंह ने कहा, ‘‘ क्या आप विश्वास कर सकते हैं कि ऐसा व्यक्ति कांग्रेस, सोनिया जी और इंदिरा जी के परिवार को छोड़ देगा?
आप सभी को इसके बारे में सोचना भी नहीं चाहिए.’’ कमलनाथ (78) ने गांधी परिवार की तीन पीढ़ियों के साथ काम किया है. कमलनाथ का मध्य प्रदेश के साथ संबंध 1979 से है. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उन्हें अपना तीसरा बेटा बताया था. उनका जन्म 1946 में उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ था.
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