नयी दिल्ली, 31 दिसंबर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल के कार्यालय पर धरना दिया और 14 लंबित कैग रिपोर्ट पेश करने के लिए विशेष सत्र आहूत करने की मांग की।
विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि विधानसभाध्यक्ष को एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें उनसे बिना किसी देरी के विशेष सत्र बुलाने का आग्रह किया गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि आप सरकार ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट विधानसभा में पेश न करके गैर-जवाबदेही का काम किया है।
कैग ने 2017-18 से 2021-22 तक के लिए विभिन्न विभागों की ऑडिट रिपोर्ट दिल्ली सरकार को सौंप दी है। गुप्ता ने कहा कि ये रिपोर्ट दो साल से सरकार के पास लंबित हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘रिपोर्ट को सदन में पेश न करना न केवल विधानसभा सदस्यों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि यह जनता के विश्वास को भी कमजोर करता है, क्योंकि नागरिकों को यह जानने का अधिकार है कि सार्वजनिक धन का उपयोग कैसे किया जा रहा है।’’
भाजपा विधायकों ने लंबित रिपोर्ट पेश करने के लिए सरकार को निर्देश देने के वास्ते दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख भी किया है।
गुप्ता ने कहा कि सरकार ने 24 दिसंबर को उच्च न्यायालय को सूचित किया कि रिपोर्ट विधानसभा सचिवालय को भेज दी गई है। गुप्ता ने कहा कि अगली सुनवाई नौ जनवरी को होनी है।
भाजपा दिल्ली सरकार पर विधानसभा के मौजूदा पांच साल के कार्यकाल के अंत से पहले रिपोर्ट पेश करने का दबाव बना रही है। सत्तर-सदस्यीय विधानसभा के चुनाव फरवरी में होने की संभावना है।
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