नयी दिल्ली, 29 जून मुश्किलों में फंसी शिक्षा-प्रौद्योगिकी कंपनी बायजू के मुख्य कार्यपालक अधिकारी बायजू रवींद्रन ने बृहस्पतिवार को कहा कि कंपनी धीमी गति के बावजूद टिकाऊ और भरोसेमंद रूप से आगे बढ़ रही है और लाभ कमाने के करीब पहुंच चुकी है।
रवींद्रन ने बायजू को लेकर पिछले कुछ समय में पैदा हुई आशंकाओं को दरकिनार करने के लिए आयोजित एक ‘टाउनहॉल’ कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कंपनी की वृद्धि एवं भविष्य से जुड़े मुद्दों पर भी राय रखी।
इस कार्यक्रम में मौजूद रहे सूत्रों के मुताबिक, रवींद्रन ने कहा कि कंपनी को 1.2 अरब डॉलर का सावधि ऋण देने वाले कर्जदाताओं के साथ जारी विवाद बातचीत के जरिये हल किया जा रहा है। उन्होंने अगले कुछ हफ्तों में ही इस पर कोई सकारात्मक नतीजा आने की उम्मीद जताई।
एक सूत्र ने कहा, "उन्होंने कहा कि कंपनी समूह के स्तर पर लाभ कमाने की स्थिति में पहुंचने वाली है। वैश्विक स्तर पर प्रतिकूल हालात का सामना करने के बावजूद बायजू ने इस दिशा में बड़ी उपलब्धि हासिल की है।"
कंपनी ने पहले मार्च 2023 तक ही लाभ की स्थिति में पहुंचने का लक्ष्य रखा था लेकिन कोविड-19 महामारी के बाद कारोबार में नरमी आने से वह इसे हासिल नहीं कर पाई।
कंपनी के सह-संस्थापक रवींद्रन ने कहा, "कंपनी अब धीमी रफ्तार लेकिन टिकाऊ और भरोसेमंद रूप से आगे बढ़ रही है और इसके ज्यादातर कारोबारी खंड तुलनात्मक रूप से अच्छी स्थिति में हैं।"
इसके पहले बायजू की वित्तीय स्थिति और कर्ज बोझ को लेकर कई रिपोर्ट में चिंता जताई जा चुकी है। इस बीच निवेशक फर्म प्रोसस ने उसका मूल्यांकन भी 22 अरब डॉलर से घटाकर छह अरब डॉलर कर दिया है।
प्रेम
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