विदेश की खबरें | यूक्रेन के मारियुपोल से लोगों को निकालने के लिए बसें भेजी गईं

रूस की सेना के क्षेत्र में सीमित संघर्ष विराम के लिए सहमत होने के बाद रेड क्रॉस ने कहा कि उसके दल राहत सामग्री और दवाइयां लेकर मारियुपोल के लिए रवाना हुए हैं ताकि शुक्रवार को शहर से लोगों को निकाला जा सके। इससे पहले भी मानवीय गलियारे बनाने की कोशिश की गई थी लेकिन वे कामयाब नहीं हो सकीं थी।

इस बीच एक क्षेत्रीय अधिकारी ने बताया कि रूसी बलों ने राजधानी के उपनगरों पर बमबारी की जिसे हाल में यूक्रेन ने फिर से हासिल किया है।

इससे पहले दिन में यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि रूस ने कीव के बाहरी इलाकों और अन्य शहर के आसपास बमबारी की है जहां उसने हमले कम करने का संकल्प लिया था।

रूस के रक्षा मंत्रालय ने भी बुधवार देर शाम यूक्रेन के ईंधन स्टोर पर नए हमले करने की सूचना दी है और यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि उत्तर पूर्वी शहर खारकीव के आसपास भी बमबारी की गई है।

रूस की सेना ने कहा है कि वह मारियुपोल से यूक्रेन के कब्जे वाले शहर ज़पोरिज़िया के मार्ग पर बृहस्पतिवार सुबह से संघर्ष विराम लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।

यूक्रेन की उपप्रधानमंत्री इरयाना वेरेशचुक ने कहा कि आम नागरिकों को निकालने के लिए 45 बसों को भेजा गया है। हफ्ते भर लंबी नाकेबंदी और बमबारी की वजह से खाना, पानी और दवाइयां खत्म हो गई थी।

इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेड क्रॉस ने कहा कि उसके दल पहले ही मारियुपोल के लिए रवाना हो चुके हैं।

रेड क्रॉस ने एक बयान में कहा कि मारियुपोल में हजारों लोगों की जान इस पर निर्भर है।

यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख डेविड एराखामिया ने कहा कि दोनों देशों के बीच शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए वार्ता होगी। वहीं छह हफ्ते की जंग के बाद यूक्रेन छोड़ने वाले लोगों की संख्या 40 लाख तक पहुंच गई है।

रूस ने इस हफ्ते तुर्की के शहर इस्तांबुल में वार्ता के दौरान वादा किया था कि वह कीव और चेर्नीहिव के पास अभियान को कम करेगा ताकि आगे की बातचीत के अनुकूल परिस्थितियां और आपसी विश्वास ’ पैदा हो सके। हालांकि, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और पश्चिमी देशों ने इस पर गहरा संदेह व्यक्त किया था।

इसके कुछ देर बाद ही यूक्रेन के अधिकारियों के चेर्नीहीव और कीव में तथा उसके आसपास घरों, दुकानों, पुस्तकालयों और अन्य असैन्य स्थलों पर बमबारी की खबर दी।

एपी

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