नयी दिल्ली, सात जनवरी ‘बुली बाई’ ऐप बनाने वाले छात्र नीरज बिश्नोई ने पहले ट्विटर पर भी एक एकाउंट बनाया था और एक शिकायती की तस्वीर पर अभद्र टिप्पणियां की थीं तथा लोगों की ‘नीलामी’ के संबंध में ट्वीट भी किया था। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार इस तरह का एक खाता तब सामने आया जब ‘सुल्ली डील’ मामले में जांच चल रही थी। उसने अपने हैंडल के माध्यम से सुल्ली डील ऐप के संभावित निर्माता के संबंध में कुछ फर्जी जानकारी डालने की कोशिश की थी।
दिल्ली पुलिस ने कहा था कि 21 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र बिश्नोई की गिरफ्तारी के साथ उसने गिटहब प्लेटफॉर्म पर बुली बाई ऐप पर ‘नीलामी’ के लिए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें डालने से संबंधित मामले को सुलझा लिया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के दौरान पता चला कि बिश्नोई ने पहले ‘गीयू’ नाम के साथ अनेक ट्विटर हैंडल बनाये थे। गीयू वीडियो गेम का एक पात्र है।
पुलिस के अनुसार एक हैंडल दक्षिण पश्चिम दिल्ली में किशनगढ़ थाने में दर्ज एक प्राथमिकी से संबंधित पाया गया। आरोपी ने एक अन्य खाता तीन जनवरी, 2022 को बुली बाई ऐप मामले में मुंबई पुलिस द्वारा की गयी गिरफ्तारियों का मजाक उड़ाने के लिए बनाया।
पुलिस ने बताया कि इसी तरह का एक हैंडल सुल्ली डील मामले में जांच के दौरान सामने आया।
पुलिस उपायुक्त (साइबर) के पी एस मल्होत्रा ने कहा कि मामले में आगे जांच जारी है।
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