जयपुर, नौ फरवरी राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र बुधवार को यहां राज्यपाल कलराज मिश्र के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ। राज्यपाल मिश्र ने अपने अभिभाषण में पिछले तीन साल के दौरान किए गए ‘विकास कार्यों’ के लिए राज्य सरकार को बधाई दी।
राज्यपाल मिश्र ने अपने अभिभाषण की शुरुआत में कहा,‘‘पिछले तीन साल में प्रदेश ने विकास के जो नए आयाम स्थापित किए हैं, मैं उसके लिए राज्य सरकार को बधाई देता हूं।’’
इसके साथ ही उन्होंने कोविड महामारी के दौरान निस्वार्थ सेवाएं देने वाले कोरोना योद्धाओं व सरकार के साथ खड़े रहे आम लोगों का भी धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा,‘‘पिछले वर्ष पूरे देश ने कोरोना की दूसरी लहर की बड़ी त्रासदी देखी है... मैं इस महामारी के दौरान निरंतर सेवा प्रदान करने वाले कोरोना योद्धाओं, चिकित्सकों, नर्स और सफाई कर्मियों का शुक्रिया अदा करता हूं जिन्होंने अपने प्राणों की परवाह किए बिना लोगों की सेवा की। इस महामारी में राज्य की जनता ने भी हमारी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है। इसके लिए मैं उन्हें भी धन्यवाद देता हूं।’’
उन्होंने कहा,‘‘ राजस्थान कोरोना प्रबंधन व रोकथाम के मामले में देश के सर्वश्रेष्ठ प्रदेशों में से एक है। अपने नवाचारों व प्रतिबद्धता की वजह से राज्य सरकार ने प्रदेश को कोरोना प्रबंधन में रोल मॉडल की तरह स्थापित किया है।’’
वहीं, सदन में मुख्य विपक्षी दल भाजपा के विधायक राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा ‘रीट’ के प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने के मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर तख्ती के साथ खड़े रहे। विधायकों ने अपने हाथ पर काली पट्टी बांध रखी थी।
राज्यपाल मिश्र ने अपने अभिभाषण के दौरान दो बार इन विधायकों से बैठने का आग्रह किया। हालांकि, वे खड़े रहे।
इससे पहले विधानसभा पहुंचने पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल मिश्र की अगवानी की। राज्यपाल ने शुरू में विधानसभा में संविधान की प्रस्तावना एवं मूल कर्तव्यों का वाचन भी किया।
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