नयी दिल्ली, आठ जून दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को अंग्रेजों पर भारतीय शिक्षा प्रणाली को नष्ट करने और इसे क्लर्क बनाने की प्रणाली में बदलने का आरोप लगाया। केजरीवाल ने कहा कि छात्र नौकरी ढूढ़ने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनने, उन्हें इसका प्रशिक्षण लेना चाहिए।
केजरीवाल ने गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (जीजीएसआईपीयू) के पूर्वी दिल्ली परिसर के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं के नारों से उनके संबोधन में व्यवधान उत्पन्न हुआ।
केजरीवाल ने नए परिसर को देश को समर्पित किया और इसे देश के सर्वश्रेष्ठ परिसरों में से एक करार दिया।
उन्होंने कहा, “इसमें उत्कृष्ट सुविधाएं हैं और वास्तुकला के मामले में इसे देश के सर्वश्रेष्ठ परिसरों में से एक के रूप में गिना जा सकता है। इस परिसर में 2,500 छात्र आ सकते हैं। देशभर से छात्र यहां आकर रहेंगे, जिससे छात्रावास और सशुल्क अतिथि गृहों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।”
केजरीवाल ने कहा, “विश्वविद्यालय के परिणामस्वरूप क्षेत्र में दुकानों और रेस्तरां की संख्या भी बढ़ेगी।”
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान ब्रिटिश नौकरशाह लॉर्ड मैकाले की एक ऐसी शिक्षा प्रणाली बनाने को लेकर आलोचना की, जो शिक्षित क्लर्क को तैयार करने के लिए अभी तक मौजूद है।
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