विदेश की खबरें | विज्ञान या कला के क्षेत्र में काम करने वालों के लिए ब्रिटेन सर्वश्रेष्ठ कर्म भूमि: सुनक

लंदन, दो जुलाई ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले भारतीय मूल के लोगों को पुरस्कृत करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान, अपनी भारतीय विरासत और कड़ी मेहनत करने वाले ब्रितानी भारतीय परिवार में पले-बढ़े होने पर विस्तार से बात की।

उन्होंने ब्रिटेन को अपनी “कर्म भूमि” करार दिया और कहा कि यहां “उनके जैसा व्यक्ति भी वित्त मंत्री” बन सकता है।

सुनक (42) का जन्म ब्रिटेन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) में कार्यरत डॉक्टर यशवीर और फार्मासिस्ट उषा के यहां हुआ था। सुनक ने साझा इतिहास से परे जाकर भारत-ब्रिटेन संबंधों को ऐसे समान साझेदार बनाने की वकालत की, जहां दोनों देशों के प्रतिभावान लोग अध्ययन और कामकाज के लिए एक दूसरे देश की यात्राएं कर सकते हैं।

लंदन के पास फेयरमोंट विंडसर पार्क में ब्रिटेन-भारत पुरस्कार समारोह में उन्होंने कहा, “प्रवासी भारतीय का पुत्र और पोता होने के नाते मैं कह सकता हूं कि ब्रिटेन का समाज खुले मन से और गर्मजोशी से उन लोगों का स्वागत करता है जो समाज में योगदान दे सकते हैं और हमारे समुदाय का हिस्सा बन सकते हैं।”

उन्होंने कहा, “इसलिए अगर आप अपना व्यापार बढ़ाना चाहते हैं, विज्ञान या कला के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं तो ब्रिटेन आपके लिए सर्वश्रेष्ठ कर्म भूमि सिद्ध हो सकती है, लेकिन ब्रिटेन में अवसर पर किसी का एकाधिकार नहीं है।”

उन्होंने कहा, “यह एक समानता की साझेदारी है इसलिए हमें ब्रिटिश छात्रों की भारत में पढ़ाई के लिए राह आसान करनी होगी। मैं चाहता हूं कि हमारे देशों के लोगों के बीच आवागमन और ज्यादा हो।”

सुनक ने बताया कि उनके नाना-नानी पूर्वी अफ्रीका से उस समय ब्रिटेन आए थे, जब उनकी मां केवल 15 साल की थीं।

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