इस विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई और नौ अन्य लोग घायल हो गए. सरकारी समाचार पत्र ‘द ग्लोबल न्यू लाइट ऑफ म्यांमा’ की एक खबर में इस विस्फोट का संबंध उस सशस्त्र आंदोलन से जोड़ा गया है, जो लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सान सू ची की निर्वाचित सरकार को सेना द्वारा पिछले साल अपदस्थ किए जाने का विरोधी है.
रिपोर्ट में इस विस्फोट के लिए ‘पीपल्स डिफेंस फोर्सेस’ (पीडीएफ) को जिम्मेदार ठहराया गया है, लेकिन इसका कोई सबूत पेश नहीं किया गया है. पीडीएफ की कमान काफी हद तक स्वयंभू ‘नेशनल यूनिटी गवर्मेन्ट’ (एनयूजी) के हाथ में है. एनयूजी के एक प्रवक्ता ने इस विस्फोट के लिए सैन्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. यह भी पढ़ें : भारत ने जैविक एजेंटों के हथियारों के रूप में दुरुपयोग के ‘बढ़ते’ खतरे पर आगाह किया
एनयूजी के अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्री सासा ने ऑनलाइन जारी एक बयान में कहा, ‘‘नरसंहार करने वाली क्रूर सेना म्यांमा में अपनी ही असैन्य आबादी के खिलाफ अनुचित बमबारी कर रही है और उनकी हत्या कर रही है.’’ सरकारी मीडिया के अनुसार, मंगलवार को अपराह्न तीन बजकर 20 मिनट पर हुए विस्फोट में 30 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई.