नागपुर, 29 अक्टूबर महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य के नागपुर जिले की कुल 12 विधानसभा सीट में से 11 सीट पर चुनाव लड़ रही है, जबकि केवल एक सीट सहयोगी शिवसेना के खाते में गई है। यह इस बात का संकेत है कि पार्टी इस क्षेत्र को कितना महत्व देती है।
भाजपा ने अपने 50,000 कार्यकर्ताओं को चुनाव से पहले मतदाताओं तक पहुंच बनाने का काम सौंपा है। पार्टी इन सीट को जीतने के लिए घर-घर जाकर बैठकें करने और विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से संवाद करने सहित हरसंभव प्रयास कर रही है।
नागपुर कई हाई-प्रोफाइल पार्टी नेताओं का गृह जिला भी है, जिनमें उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्य पार्टी प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व भाजपा प्रमुख नितिन गडकरी भी यहीं से आते हैं। साथ ही, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का मुख्यालय भी नागपुर में है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी ने इस क्षेत्र पर बहुत जोर दिया है और अगले महीने होने वाले राज्य चुनावों में यहां से सभी सीट जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
केंद्रीय गृहमंत्री एवं पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने 24 सितंबर को नागपुर का दौरा किया और विदर्भ क्षेत्र के सभी 62 निर्वाचन क्षेत्रों के पदाधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने हर बूथ पर मत प्रतिशत में 10 फीसदी की बढ़ोतरी करने और सभी गठबंधन सहयोगियों के साथ मिलकर काम करने की वकालत की।
शाह ने यह भी कहा कि विदर्भ भाजपा का गढ़ है और महाराष्ट्र में सत्ता का रास्ता विदर्भ से होकर जाता है।
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में, भाजपा ने नागपुर की कुल 12 सीट में से छह, कांग्रेस ने चार, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने एक और एक निर्दलीय ने जीत हासिल की थी। इस बार भाजपा 11 सीट पर चुनाव लड़ रही है। पहले पांच बार विधानसभा चुनाव लड़कर सफल रह चुके फडणवीस नागपुर दक्षिण-पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि बावनकुले कामठी निर्वाचन क्षेत्र से लड़ रहे हैं।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बैठकों और अन्य माध्यमों से अधिकतम मतदाताओं तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘जिले में 70 प्रतिशत से अधिक पार्टी कार्यकर्ता मैदान में उतर चुके हैं और मतदाताओं से जुड़ने के लिए घर-घर जा रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ता विशेष रूप से उन इलाकों में पहुंच रहे हैं, जहां विपक्षी दलों द्वारा संविधान के बारे में गलत बयानबाजी की गई थी।’’
नेता ने कहा कि संघ परिवार से जुड़े कई संगठन जरूरी काम कर रहे हैं और उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा और महायुति के घटक दल सभी 12 सीट पर आसानी से जीत हासिल करेंगे।
नागपुर की 12 सीट में से अधिकांश सीट पर भाजपा का कांग्रेस से सीधा मुकाबला है। भाजपा जहां 11 सीट पर चुनाव लड़ रही है, वहीं उसकी सहयोगी शिवसेना रामटेक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रही है।
भाजपा के चुनाव अभियान के बारे में बात करते हुए नागपुर स्थित पार्टी के महाराष्ट्र प्रवक्ता चंदन गोस्वामी ने कहा कि बूथ कार्यकर्ता मतदाताओं से मिलने के लिए घर-घर जा रहे हैं और वे भाजपा के घोषणापत्र में शामिल करने वाले मुद्दों के लिए लोगों से सुझाव भी मांग रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘नागपुर जिले में मतदाताओं से जुड़ने के लिए 50,000 से अधिक कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। वे डॉक्टर, वकील, व्यवसायी और नौकरीपेशा लोगों सहित सभी क्षेत्रों के लोगों के साथ बैठकें भी कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि गडकरी, फडणवीस और बावनकुले सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने विदर्भ की सीटों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है और भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ लगातार समन्वय बनाए हुए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी अभियान रणनीति तैयार है और चुनाव प्रचार और बैठकों के लिए पार्टी नेताओं के दौरे पर काम किया जा रहा है। चुनाव प्रचार कुछ ही दिनों में शुरू हो जाएगा।’’
जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं को कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद पटेल जैसे वरिष्ठ नेताओं द्वारा निर्देशित किया जा रहा है और उनके निर्देशों के अनुसार वे जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं।
गोस्वामी ने कहा, ‘‘चुनाव के लिए करीब दो दर्जन समितियां बनाई गई हैं, जिनमें भाजपा पदाधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। गठबंधन सहयोगियों के साथ समन्वय के लिए एक टीम भी बनाई गई है। भाजपा और उसके महायुति सहयोगियों को जिले की सभी विधानसभा सीट और विदर्भ की 62 सीट में से 45 से अधिक सीट पर जीत की उम्मीद है।’’
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