UP Elections 2022: सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान, कहा- छठे चरण में 300 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य हासिल कर लेगी भाजपा
योगी ने सपा पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व में सिर्फ ईद और बकरीद के मौके पर ही बिजली आती थी जबकि होली और दिवाली पर आपूर्ति बंद कर दी जाती थी. उन्होंने कहा कि पहली बार सरकार की योजनाएं राज्य के हर व्यक्ति तक पहुंच रही हैं.
गोरखपुर/देवरिया (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सोमवार को दावा किया कि राज्य विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के शुरुआती पांच चरणों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को पूर्ण बहुमत मिल चुका है और छठे चरण में वह 300 से अधिक सीटें जीतने के अपने लक्ष्य को हासिल कर लेगी. मुख्यमंत्री ने पिपराइच इलाके में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जनता ने घोर परिवार वादियों को ठुकरा दिया है और गोरखपुर (Gorakhpur) के हर बूथ पर कमल खिलना तय है. UP Elections 2022: बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सपा पर बोला हमला, कहा- उत्तर प्रदेश में अब किसी परिवार का नहीं बल्कि कानून का राज
समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस पर पूर्व में किए गए परस्पर चुनावी गठबंधनों को लेकर परोक्ष रूप से हमला करते हुए योगी ने कहा कि विपक्ष के उन नेताओं का भरोसा करना मुश्किल है जो हर चुनाव में अपने मित्र बदलते रहते हैं. उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार की भावनाएं समाज के हर वर्ग से जुड़ी हैं लेकिन सपा का पूरा समर्थन आतंकवादियों के प्रति है. उन्होंने कहा कि सपा के ही शासन काल में आतंकवादियों पर दर्ज मुकदमें वापस लिए गए थे.
योगी ने सपा पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व में सिर्फ ईद और बकरीद के मौके पर ही बिजली आती थी जबकि होली और दिवाली पर आपूर्ति बंद कर दी जाती थी. उन्होंने कहा कि पहली बार सरकार की योजनाएं राज्य के हर व्यक्ति तक पहुंच रही हैं. योगी ने कहा कि प्रदेश में पिछले पांच वर्षों के दौरान एक भी दंगा नहीं हुआ और ना ही किसी महिला या कारोबारी को प्रताड़ित किया गया.
मुख्यमंत्री ने देवरिया में भी कई चुनावी सभाओं को संबोधित किया, इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए विभिन्न समुदायों के बीच नफरत फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि विपक्षी दलों के उम्मीदवारों की सूची में उनके निहित स्वार्थ की झलक मिलती है.
उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों की सूची देखकर यह स्पष्ट होता है कि यह पार्टी अपराधियों, गुंडों और दंगाइयों को खुद से अलग करने के लिए तैयार नहीं है. बसपा के उम्मीदवारों की सूची 'मुस्लिम लीग' के प्रत्याशियों की सूची लगती है. इससे साबित होता है कि ये पार्टियां समाज के सभी वर्गों और क्षेत्रों को समान प्रतिनिधित्व नहीं देंगी.
योगी ने सपा और बसपा के शासन को तानाशाही आतंक और गुंडागर्दी का पर्याय बताते हुए कहा कि जब भी इन पार्टियों ने शासन किया तब प्रदेश में दंगे हुए. उन्होंने कहा कि सपा के शासनकाल में दंगे की 700 से ज्यादा घटनाएं हुईं जबकि बसपा के शासनकाल में ऐसी 364 वारदात हुईं. मुख्यमंत्री ने कहा पहले तो देवी लक्ष्मी भी प्रदेश में प्रवेश करने से डरती थी क्योंकि विकास का धन सपा के 'इत्र वाले मित्रों' द्वारा दीवारों में छुपा कर रख दिया जाता था.
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