कोलकाता, 12 अगस्त पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने मणिपुर में अत्याचार में शामिल लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने दावा किया कि ‘भाजपा भारत छोड़ो’ नारे की गूंज पूरे देश में सुनाई दे रही है।
ममता कहा कि ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर नहीं बोल सकते’’, क्योंकि उनकी सरकार ‘‘पीएम केयर्स फंड, राफेल सौदे और नोटबंदी’’ में भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रही है।
ममता की टिप्पणी से कुछ घंटे पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने यहां वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये जी-20 भ्रष्टाचार-रोधी मंत्रिस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में भ्रष्टाचार को बिल्कुल बर्दाश्त न करने की सख्त नीति है।
मोदी ने विपक्षी पार्टियों पर आरोप लगाया कि वे (विपक्षी दल) लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान बहस से ‘‘भाग खड़े हुए।’’ उन्होंने दावा किया कि सरकार ने उनके (विपक्षी पार्टियों) द्वारा देश में ‘‘फैलाई जा रही नकारात्मकता’’ का मुकाबला किया।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री ‘‘बिना किसी सबूत के विपक्ष पर आरोप लगा रहे हैं, क्योंकि भाजपा नहीं चाहती कि देश के गरीब लोग जीवित रहें।’’
ममता ने एक ऑडियो संदेश में कहा, “प्रधानमंत्री देश को गुमराह कर रहे हैं। वह बिना किसी सबूत के बोल रहे हैं। भाजपा नहीं चाहती कि देश में कोई गरीब जीवित रहे। वह भ्रष्टाचार पर नहीं बोल सकते, क्योंकि भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप हैं, चाहे वह राफेल विमान सौदा हो या नोटबंदी।”
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भीतर भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई कदम नहीं उठा रहे हैं।
ममता ने कहा, ''भाजपा ने मणिपुर में अत्याचार में शामिल लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।” उन्होंने प्रधानमंत्री के इस आरोप के संदर्भ में यह टिप्पणी की कि विपक्ष संसद में मणिपुर पर चर्चा नहीं चाहता था।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, “पश्चिम बंगाल में ग्रामीण चुनावों के दौरान भी उनके (भाजपा) द्वारा 15-16 लोगों की हत्या कर दी गई।”
बाद में जारी एक अन्य ऑडियो संदेश में ममता ने कहा कि जिस तरह से महात्मा गांधी ने ‘‘ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन’’ शुरू किया था, उसी प्रकार मौजूदा समय में ‘‘भाजपा भारत छोड़ो’’ नारा पूरे देश में गूंज रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम भाजपा को सत्ता से बाहर होते देखना चाहते हैं। हम उनके नेताओं को देश छोड़ने के लिए नहीं कह रहे हैं, उन्हें सत्ता से बाहर किया जाना चाहिए। भाजपा भारत छोड़ो। ‘इंडिया’ (विपक्षी दलों का गठबंधन) भगवा दल को हराएगा।’’
ममता ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी दलों का गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) कभी देश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने की अनुमति नहीं देगा।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह से हमने एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक पंजी) और सीएए (संशोधित नागरिकता अधिनियम) को रोका था, उसी प्रकार हम यूसीसी को देश में लागू नहीं होने देंगे। केंद्र सरकार का मात्र छह महीने का कार्यकाल बचा है, ऐसे में उन्हें केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्षी पार्टियों के नेतृत्व वाली राज्य सरकारों को धमकाने के लिए नहीं करना चाहिए।’’
ममता ने मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के तहत पश्चिम बंगाल के हिस्से की राशि ‘रोकने’ के लिए प्रधानमंत्री की आलोचना की।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘धन रोकने के पीछे की एकमात्र मंशा पश्चिम बंगाल के लिए वित्तीय समस्या पैदा करना है। केंद्र सरकार राजभवन के जरिये राज्य में समानांतर सरकार चलाने की कोशिश कर रही है। पश्चिम बंगाल को बदनाम करने से पहले उन्हें भाजपा शासित राज्यों पर ध्यान देना चाहिए।’’
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