बेंगलुरु, 28 अक्टूबर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर ‘ऑपरेशन कमल’ के जरिये उनकी सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि वे (भाजपा के नेता) अपने प्रयासों में सफल नहीं होंगे, क्योंकि कांग्रेस का कोई भी विधायक इसका शिकार नहीं बनेगा. 'ऑपरेशन कमल' भाजपा द्वारा अपनी सरकार बनाने और उसकी स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अन्य दलों के विधायकों को दलबदल कराने के कथित प्रयास को संदर्भित करता है.
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पार्टी के मांड्या विधायक रविकुमार गौड़ा (रवि गनीगा) के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि 2019 में कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन सरकार को गिराने में संलिप्त एक टीम अब कांग्रेस विधायकों को दलबदल करने के लिए 50 करोड़ रुपये और मंत्री पद का प्रलोभन दे रही है तथा चार विधायकों से पहले ही संपर्क किया जा चुका है, जिसके सबूत भी हैं, जिन्हें जल्द ही साझा किया जाएगा.
सिद्धरमैया ने विधायक के बयान से संबंधित एक सवाल के जवाब में कहा, "मुझे नहीं पता, मैंने यह बयान देने वाले रवि (रविकुमार गौड़ा) से बात नहीं की है। लेकिन, मेरे पास भी जानकारी है कि भाजपा इस सरकार को अस्थिर करने के लिए ‘ऑपरेशन कमल’ का प्रयास कर रही है.’’ उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि भगवा पार्टी इस अभियान में कभी सफल नहीं होगी, क्योंकि कोई भी कांग्रेस विधायक 'ऑपरेशन कमल' का शिकार नहीं होगा.
गौड़ा की टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया में उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, "बड़ी साजिश रची जा रही है, लेकिन यह सफल नहीं होगी। हम सभी के आचरण से अवगत हैं। उन्होंने (गौड़ा) एक युवा का नाम लिया है, लेकिन बड़े लोग इस (ऑपरेशन कमल) प्रयास में लगे हैं. कुछ नहीं होगा.''हाल ही में शिवकुमार ने खुद आरोप लगाया था कि राज्य सरकार को अस्थिर करने के लिए भाजपा की एक टीम सक्रिय है और कांग्रेस विधायकों ने उन्हें और सिद्धारमैया को इस बात से अवगत कराया है कि कौन उनके संपर्क में है और उन्हें क्या पेशकश की जा रही है.
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