कोलकाता, 11 जनवरी पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि भाजपा द्वारा राजनीतिक लाभ के लिए श्री रामकृष्ण और स्वामी विवेकानंद जैसी बंगाल की महान विभूतियों का उल्लेख करना एक तरह से ‘‘विडंबना है’’ क्योंकि इनके विचार पार्टी की दृष्टि और उद्देश्यों से मेल नहीं खाती।
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ब्रत्य बसु ने स्वामी विवेकानंद की जयंती की पूर्व संध्या पर संवाददाताओं से कहा कि श्री रामकृष्ण ने एक बार कहा था ‘‘जातो मत ततो पथ’’ जिसका संक्षिप्त मतलब बहुलवाद है जिसमें भाजपा का विश्वास नहीं है।
राज्य के मंत्री ने बसु ने कहा, ‘‘भाजपा का उनके बारे में बात करना एक विडंबना से कम नहीं है क्योंकि पार्टी रामकृष्ण के सोचने के तरीके में विश्वास नहीं करती। यहां तक कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि ‘‘जो मानवता से प्रेम करते हैं वे भगवान की सेवा करते हैं।’’
उन्होंने कहा कि वहीं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन प्रमुख विभूतियों को उनके आवासों का पुनरुद्धार के इंतजाम करके उन्हें श्रद्धांजलि दी है और कई मौकों पर उनका सम्मान का किया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को आक्सफोर्ड यूनियन एवं शिकागो में भाषण देने से रोका गया ‘‘जिसका कारण हमें नहीं पता।’’
उल्लेखनीय है कि आक्सफोर्ड यूनियन ने दिसम्बर 2020 में बनर्जी का एक आनलाइन संबोधन अप्रत्याशित परिस्थितियों का हवाला देते हुए स्थगित कर दिया था।
तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने इस पर नाराजगी जतायी थी और दावा किया था कि हो सकता है कि ‘‘राजनीतिक दबाव’’ ने आयोजकों को ऐसा फोन करने के लिए मजबूर किया होगा।
2018 में, स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर शिकागो में होने वाला तृणमूल कांग्रेस प्रमुख का निर्धारित कार्यक्रम भी रद्द कर दिया गया था।
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