श्रीनगर, 13 जुलाई पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह एक समिति द्वारा सिफारिश की गई संख्या से कहीं अधिक श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति देकर अमरानाथ यात्रा को ‘‘राजनीतिक मुद्दा’’बना रही है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) नेता ने अमरनाथ की पवित्र गुफा के पास बादल फटने और 16 लोगों के मारे जाने व 30 लोगों के लापता होने के मुद्दे को लेकर भी केंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की परिस्थितियां एक दिन में पांच हजार से अधिक श्रद्धालओं को अमरनाथ की पवित्र गुफा के दर्शन करने की अनुमति नहीं देती।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने यात्रा को धार्मिक रहने देने के बजाय राजनीतिक बना दिया है।
अपनी पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘पर्यावरण वहां एक दिन में पांच हजार से अधिक श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति नहीं देता, लेकिन वे वहां हजारों लोगों को भेज रहे हैं, जिसका नतीजा था बादल का फटना।’’
पीडीपी प्रमुख ने आरोप लगाया कि गत शुक्रवार को बादल फटने की घटना में मरने वालों की वास्तविक संख्या को प्रशासन छिपा रहा है।
उन्होंने कहा,‘‘हमें अब तक नहीं पता क्योंकि वे सच छिपा रहे हैं। वे कह रहे हैं कि 15-16 लोगों की मौत हुई है, लेकिन कई लोग अब भी लापता हैं। मलबे से मरे हुए घोड़े और मोटरसाइकिलें निकल रही हैं और अब भी कई लोग लापता हैं। जितना बताया जा रहा है, उससे कहीं बड़ी यह क्षति प्रतीत हो रही है।’’
महबूबा ने कहा, ‘‘वे लगातार कह रहे हैं कि सात लाख लोग आएंगे और यात्रा दो महीने तक चलेगी। जबकि समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एक दिन में पांच हजार से अधिक श्रद्धालुओं को गुफा तक जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और यात्रा एक महीने की होनी चाहिए जबकि कुल श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।’’
महबूबा ने आरोप लगाया, ‘‘ऐसा लगता है कि जम्मू-कश्मीर उनका नहीं है, बल्कि किसी पड़ोसी का है। वे हमारे विलय को स्वीकार नहीं करते जो समान स्तर पर किया गया। वे मानते हैं कि हम किसी और इलाके के हैं जिस पर उन्होंने अब कब्जा किया है।’’
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