नयी दिल्ली, 30 जून दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि सरकारी मोहल्ला क्लीनिक एवं विद्यालयों के ‘निरीक्षण’ के लिए यहां आया गुजरात भाजपा का प्रतिनिधिमंडल शासन के केजरीवाल मॉडल में कोई खामी नहीं खोज पाया।
गुजरात से भारतीय जनता पार्टी का यह प्रतिनिधिमंडल ‘दिल्ली मॉडल’ देखने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचा था। भाजपा शासन के दिल्ली मॉडल को ‘फर्जी’ करार दे चुकी है। हालांकि आम आदमी पार्टी का दावा है कि प्रतिनिधिमंडल यह सीखने आया था कि कैसे गुजरात में लोगों को अच्छे विद्यालय एवं अस्पताल मुहैया कराए जा सकते हैं।
सिसोदिया ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘‘हमें यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि दो दिनों तक दिल्ली में घूमने के बाद भी वे हमारे विद्यालयों एवं मोहल्ला क्लीनिक में कोई खामी नहीं निकाल पाये। उन्होंने उत्तर-पूर्व दिल्ली में एक मोहल्ला क्लीनिक के बाहर की तस्वीर ली ताकि यह दर्शाया जा सके कि यह बंद था। लेकिन वह क्लीनिक एनजीटी के आदेश के चलते लंबे समय से बंद है।’’
उन्होंने कहा कि यह अच्छा विचार है कि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधिमंडल एक-दूसरे से ‘सीखने’ के लिए दूसरे राज्यों में जाएं। उन्होंने कहा, ‘‘ हम इस विचार के प्रति खुले हैं। हम उन प्रतिनिधिमंडलों का स्वागत करते हैं जो यहां आकर देखना चाहते है कि हम क्या कर रहे हैं। हमारा प्रतिनिधिमंडल भी वहां हो रहे कामों को देखने के लिए गुजरात जाएगा।’’
जब उपमुख्यमंत्री से सीबीआई द्वारा दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के एक अधिकारी को गिरफ्तार किये जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सरकार की नीति भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करने की रही है।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने निगम में परामर्शदाता के रूप में दो उम्मीदवारों की भर्ती के लिए 91,000 रूपये की रिश्वत लेने के मामले में डीटीसी के उपमहाप्रबंधक और पांच अन्य को गिरफ्तार किया है।
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