पटना, 12 जनवरी कांग्रेस के नव नियुक्त बिहार प्रभारी भक्त चरण दास की मौजूदगी में पटना स्थित पार्टी के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक समूह ने मंगलवार को शोर मचाया, कुर्सियां फेंकी और धक्का-मुक्की की।
पूर्व केंद्रीय मंत्री दास जो कि बिहार कांग्रेस प्रभारी नियुक्त किए जाने के बाद पहली बार तीन दिवसीय राज्य यात्रा पर हैं, सदाकत आश्रम में पार्टी के किसान सम्मेलन में भाग ले रहे थे।
दास ने कहा, ‘‘कुछ लोग पार्टी की किसान सभा की बैठक में खलल डालना चाहते थे। वे कांग्रेसी नहीं थे और जानबूझकर इस अवसर पर बोलना चाहते थे।’’
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने उन्हें चुप करा दिया और उन्हें बैठक से बाहर कर दिया।’’
बिहार में सत्तारूढ़ राजग के घटक दल भाजपा और जदयू ने इस घटना पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी की न तो कोई नीति है और न ही कोई व्यवस्था।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा, ‘‘कांग्रेस का अब कोई वजूद नहीं बचा है । यह एक कागजी पार्टी बनकर रह गयी है । सदाकत आश्रम की घटना से स्पष्ट है कि पार्टी की न तो कोई नीति है और न ही कोई तंत्र बचा है ।’’
जदयू के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा, ‘‘कांग्रेस प्रभारी के सामने अराजकता, उपद्रव और आक्रोश दर्शाता है कि पार्टी एक बड़ी कलह की ओर अग्रसर है। पार्टी कठिन दौर से गुजर रही है और इससे निपटने के लिए इस दल के पास कोई कार्ययोजना नहीं है।’’
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