वाशिंगटन, 21 जून अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और वहां की राष्ट्रीय सुलह उच्च परिषद (हाई काउंसिल फॉर नेशनल रिकंसिलिएशन) के अध्यक्ष डॉ अब्दुल्ला अब्दुल्ला से शुक्रवार को व्हाइट हाउस में मुलाकात करेंगे।
यह 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से अमेरिका और नाटो के शेष बलों की वापसी से पहले गनी और बाइडन की आमने-सामने की पहली वार्ता होगी।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने रविवार को कहा, ‘‘राष्ट्रपति गनी और डॉ अब्दुल्ला की यात्रा (अफगानिस्तान में नाटो) सैनिकों की संख्या कम किए जाने के बीच अमेरिका और अफगानिस्तान के बीच स्थायी साझेदारी को रेखांकित करेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बाइडन 25 जून को व्हाइट हाउस में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और राष्ट्रीय सुलह उच्च परिषद के अध्यक्ष डॉ अब्दुल्ला अब्दुल्ला का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।’’
यह उच्च स्तरीय बैठक ऐसे समय में होगी, जब तालिबान ने हाल के सप्ताह में अफगानिस्तान के दर्जनों नए जिलों पर कब्जा कर लिया है और ऐसा बताया जा रहा है कि इस दौरान बड़ी संख्या में दोनों पक्षों के लोग हताहत हुए हैं। अफगान सुरक्षा बलों और तालिबानी आतंकवादियों के बीच संघर्ष में वृद्धि ने अमेरिका की मध्यस्थता वाली शांति वार्ता को ताजा झटका दिया है।
साकी ने कहा कि अमेरिका, अफगान महिलाओं, लड़कियों और अल्पसंख्यकों सहित अफगान नागरिकों का समर्थन करने के लिए राजनयिक, आर्थिक और मानवीय सहायता प्रदान करने को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अमेरिका अफगानिस्तान सरकार के साथ संवाद बनाए रखेगा, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि देश फिर से उन आतंकवादी समूहों के लिए पनाहगाह न बन जाए, जो अमेरिका के लिए खतरा पैदा करते हैं।
साकी ने कहा, ‘‘अमेरिका जारी शांति प्रक्रिया का पूरी तरह से समर्थन करता है और सभी अफगान पक्षों को संघर्ष समाप्त करने के लिए वार्ता में सार्थक भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करता है।’’
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