विदेश की खबरें | बाइडन और पुतिन बैठक के लिए सम्मेलन स्थल पहुंचे

दोनों नेताओं के साथ बैठक में शीर्ष राजनयिक व अनुवादक भी रहेंगे। बुधवार को कई घंटे तक चलने वाली दो दौर की बैठक में अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।

बाइडन एक दशक में पहली बार रूस के राष्ट्रपति से मुलाकात करने जा रहे हैं। पिछली बार वह मार्च 2011 में पुतिन से तब मिले थे जब रूस के नेता प्रधानमंत्री थे और बाइडन उपराष्ट्रपति। तब उन्होंने पुतिन को ‘‘हत्यारा’’ और ‘‘विरोधी’’ करार दिया था। उनके बीच व्यापार एवं हथियार नियंत्रण जैसे मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।

बाइडन ने कहा कि उन्हें पुतिन के साथ ‘‘सहयोग’’ वाले क्षेत्रों को तलाशने की उम्मीद है लेकिन वह साइबर अपराध, अमेरिकी चुनावों में रूस का हस्तक्षेप जैसे मुद्दों पर उनसे जिरह करेंगे।

शिखर सम्मेलन में सामरिक स्थिरता, साइबर सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, कोरोना वायरस महामारी और आर्कटिक जैसे विषय होंगे। पुतिन और बाइडन यूक्रेन, सीरिया और लीबिया जैसे क्षेत्रीय संकटों पर भी चर्चा कर सकते हैं। साथ ही वे ईरान के परमाणु कार्यक्रम और अफगानिस्तान पर भी विचार-विमर्श करेंगे।

पुतिन के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी यूशाकोव ने कहा कि मॉस्को एवं वॉशिंगटन में तनाव के बीच यह बैठक महत्वपूर्ण है लेकिन उम्मीदें ज्यादा नहीं हैं।

यूशाकोव ने इस हफ्ते संवाददाताओं से कहा, ‘‘द्विपक्षीय संबंध जब बहुत बुरे दौर में हैं तब इस तरह की पहली बैठक हो रही है। दोनों पक्ष महसूस करते हैं कि लंबित मुद्दों पर बातचीत शुरू करने की जरूरत है।’’

एपी

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