नयी दिल्ली, 3 फरवरी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा और उन्होंने इसे अपने लिए ‘‘एक अत्यंत भावुक क्षण’’ बताया. इस घोषणा के बाद आडवाणी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया और कहा कि यह एक व्यक्ति के रूप में न केवल उनका, बल्कि उन आदर्शों और सिद्धांतों का भी सम्मान है जिनका पालन करने का उन्होंने प्रयास किया.
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा,‘‘आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) में शामिल होने के बाद से जीवन में मुझे जो भी जिम्मेदारी मिली, उसे निभाते हुए अपने प्रिय देश की समर्पित और निस्वार्थ सेवा करने में ही मुझे खुशी मिली.’’ इससे पहले मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में शामिल आडवाणी का भारत के विकास में महान योगदान है। उन्होंने जीवन की शुरुआत जमीनी स्तर पर काम करने से की और हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा की.’’
उन्होंने कहा कि आडवाणी ने अपने सार्वजनिक जीवन में दशकों तक सेवा करते हुए पारदर्शिता और अखंडता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता जताई और राजनीतिक नैतिकता में एक अनुकरणीय मानक स्थापित किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि आडवाणी ने राष्ट्र की एकता और सांस्कृतिक पुनरुत्थान को आगे बढ़ाने की दिशा में अद्वितीय प्रयास किए हैं. मोदी ने कहा, ‘‘उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना मेरे लिए बहुत भावुक क्षण है. मैं इसे हमेशा अपना सौभाग्य मानूंगा कि मुझे उनके साथ बातचीत करने और उनसे सीखने के अनगिनत अवसर मिले.’’
मोदी ने सबसे लंबे समय तक भाजपा के अध्यक्ष रहे आडवाणी से बात कर उन्हें बधाई दी। आडवाणी (96) को उस समय 90 के दशक में भाजपा के उदय का श्रेय दिया जाता है जब वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकारों की प्रमुख पार्टी के रूप में पहली बार सत्ता में आई थी. मोदी ने कहा कि आडवाणी के संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि वाले रहे हैं.
प्रधानमंत्री की घोषणा के तुरंत बाद राष्ट्रपति भवन ने एक संदेश जारी कर कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आडवाणी को भारत रत्न प्रदान कर प्रसन्नता हुई. इस घोषणा के पश्चात आडवाणी ने अपने आवास से मीडियाकर्मियों का अभिवादन किया और उनकी बेटी प्रतिभा आडवाणी ने पत्रकारों से कहा कि उनके पिता देश का सर्वोच्च राजकीय सम्मान दिए जाने की घोषणा से बहुत खुश हैं. उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (आडवाणी ने) प्रधानमंत्री मोदी और देश की जनता को धन्यवाद दिया.’’
उन्होंने कहा कि उनके पिता ने अपना पूरा जीवन देश को समर्पित कर दिया. सरकार ने पिछले महीने समाजवादी दिग्गज और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कर्पूरी ठाकुर को सर्वोच्च सम्मान के लिए नामित किया था. कई राजनीतिक विशेषज्ञ ठाकुर के 1988 में निधन के कई वर्षों बाद उन्हें यह सम्मान दिए जाने को आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों (ईबीसी) के बीच अपनी जड़ें मजबूत करने की भाजपा की कोशिश के रूप में देख रहे हैं, वहीं आडवाणी को यह पुरस्कार दिया जाना पार्टी की मूल विचारधारा को आकार देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के प्रति सम्मान के तौर पर देखा जा रहा है.
आडवाणी को उसी वर्ष भारत रत्न दिया जाएगा, जब राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। आडवाणी ने राम मंदिर के मुद्दे को उठाने के लिए 1990 में ‘राम रथ यात्रा’ की थी. कई नेताओं ने आडवाणी को यह सम्मान दिए जाने पर खुशी जताई और देश के लिए उनके योगदान की सराहना की. गृह मंत्री अमित शाह ने आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर प्रसन्नता जताई. उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हमारे वरिष्ठ नेता और देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री आदरणीय लालकृष्ण आडवाणी जी को ‘भारत रत्न’ दिए जाने की घोषणा से अत्यंत प्रसन्नता हुई.’’
उन्होंने कहा कि आडवाणी आजीवन निःस्वार्थ भाव से देश और देशवासियों की सेवा के प्रति समर्पित रहे हैं और उन्होंने देश के उपप्रधानमंत्री जैसे विभिन्न संवैधानिक दायित्व निभाते हुए अपने दृढ़ नेतृत्व से देश की सुरक्षा, एकता और अखंडता के लिए अभूतपूर्व कार्य किए. शाह ने कहा, ‘‘आडवाणी जी को भारतीय राजनीति में प्रामाणिकता के मानक तय करने वाले राजनेता के रूप में जाना जाता है. अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने देश, संस्कृति और जनता से जुड़े मुद्दों के लिए अथक संघर्ष किया. पार्टी और विचारधारा के प्रति उनके विराट योगदान को शब्दों में समाहित नहीं किया जा सकता.’’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सरकार के इस फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि आडवाणी राजनीति में शुचिता, समर्पण और दृढ़ संकल्प के प्रतीक हैं. उन्होंने भी ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘आडवाणी जी ने अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में अनेक भूमिकाएं निभाते हुए देश के विकास और राष्ट्रनिर्माण में जो महत्वपूर्ण योगदान दिया है, वह अविस्मरणीय और प्रेरणास्पद है.’’ राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘भारत की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखने में भी उनकी महती भूमिका रही है.
एक राष्ट्रीय नेता के रूप में उन्होंने अपनी विद्वता, संसदीय एवं प्रशासनिक क्षमता से देश और लोकतंत्र को मजबूत किया है। उन्हें भारत रत्न सम्मान मिलना हर भारतवासी के लिए हर्ष का विषय है.’’ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि आडवाणी के मार्गदर्शन से राम मंदिर मुद्दे का शांतिपूर्ण समाधान हुआ. यादव ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हम सभी के लिए यह अत्यंत आनंद और प्रसन्नता का विषय है कि भारत सरकार ने हमारे मार्गदर्शक लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय लिया है जिसके लिए मैं नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करता हूं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण हेतु आडवाणी जी ने ही हम सबकी जनभावनाओं का नेतृत्व किया था. आडवाणी जी का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणादायी है। मैं उनकी दीघार्यु की कामना करता हूं.’’ महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भी आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित करने के फैसले की सराहना की. उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि आडवाणी एक ‘‘लौह पुरुष’’ हैं जिन्होंने गृह मंत्री के रूप में देश की सेवा की और राम जन्मभूमि आंदोलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने भी आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने के केंद्र के फैसले की सराहना की और कहा कि भाजपा नेता ने राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. पवार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वह और आडवाणी अलग-अलग राजनीतिक विचारधाराओं के समर्थक हैं, लेकिन भाजपा नेता एक अच्छे सांसद और केंद्रीय मंत्री थे. पवार ने ‘एक्स’ के जरिए कहा कि उन्हें खुशी है कि आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। राकांपा संस्थापक ने कहा कि आडवाणी ने देश के विकास में बहुत बड़ा योगदान दिया है.
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