भदोही (उप्र), 3 अक्टूबर : भदोही जिले के औराई थानाक्षेत्र में एक दुर्गा पूजा पंडाल में ‘हैलोजन लाइट’ के अधिक गर्म होने के कारण लगी आग में तीन बच्चों सहित पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि हादसे में 64 अन्य लोग घायल हुए हैं. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पंडाल में रविवार को एक ‘डिजिटल शो’ के दौरान आग लग गई थी. आग लगने के बाद वहां भगदड़ भी मच गई थी. हादसे के समय पंडाल में 300 से अधिक लोग मौजूद थे, जिनमें से अधिकतर महिलाएं व बच्चे थे. भदोही पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया की इस मामले में पूजा समिति के अध्यक्ष और सदस्यों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या सहित कई अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. जिलाधिकारी गौरांग राठी ने बताया कि एक ‘हैलोजन लाइट’ के अधिक गर्म होने के बाद बिजली के तार में आग लग गई जो पूरे पंडाल में फैल गई. हादसा रात करीब साढ़े नौ बजे औराई थाने से 100 मीटर दूर नरथुआ गांव में हुआ.
जिलाधिकारी राठी ने बताया कि घटना की जांच के लिए अपर महानिदेशक पुलिस (एडीजी) राम कुमार ने एक विशेष जांच दल का गठन किया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हादसे में कुल 67 लोग घायल हो गए थे, उनमें से जया देवी (45), अंकुश सोनी (12) और नवीन (10) की पहले ही मौत हो गई थी. बाद में आरती चौबे (48) और हर्षवर्धन (8) ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि औराई थाने में इस संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है. कुमार ने बताया कि इस संबंध में समिति के अध्यक्ष और सदस्यगण के खिलाफ औराई पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर आगे की विधिक कारवाई की जा रही है. उन्होंने बताया की गठित दल ने जांच में पाया की पंडाल में लगी ‘हैलोजन लाइट’ के गर्म होने से तारों में शॉर्ट सर्किट हुआ और आग लग गई, जिससे पूरा पंडाल खाक हो गया और यह घटना लापरवाही बरतने से हुई है. अधिकारियों ने बताया यह पंडाल ‘एकता क्लब पूजा समिति’ का था. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को घायलों को सर्वोत्तम उपचार मुहैया कराने का निर्देश दिया है.
लखनऊ में सोमवार को जारी किए गए एक सरकारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्गा पूजा सहित सभी धार्मिक आयोजनों से जुड़ी समितियों से पंडालों के निर्माण में विद्युत एवं अग्नि सुरक्षा मानकों का पूर्णतया पालन करने की अपील की है. सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रशासन से इन आयोजन समितियों से बात करने और पूजा पंडालों में विद्युत एवं अग्नि सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने को कहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में पूजा पंडालों में हुई कुछ घटनाओं को गंभीरता से लिया जाना चाहिए. इसके लिए जरूरी है कि विद्युत व अग्नि सुरक्षा के प्रति व्यापक जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं. पूजा पंडालों में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए.