बीड, 25 दिसंबर कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट ने बीड में मारे गए सरपंच संतोष देशमुख के परिवार से बुधवार को मुलाकात करने के बाद इस घटना के मुख्य साजिशकर्ता और हमलावरों को सख्त सजा देने की मांग की।
थोराट ने त्वरित अदालत में इस मामले की सुनवाई किए जाने की मांग की।
बीड जिले के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख का एक टोल बूथ के पास से अपहरण के बाद उनकी हत्या कर दी गयी थी। इस घटना के बाद नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। विपक्ष ने भाजपा नीत महायुति सरकार पर कड़ी कार्रवाई करने में विफल रहने और एक मंत्री के सहयोगी को छूट देने का आरोप लगाया।
बीड जिले के मस्साजोग गांव में देशमुख के परिजनों से मुलाकात करने के बाद थोराट ने कहा, ‘‘संतोष देशमुख की नृशंस हत्या ने महाराष्ट्र को झकझोर कर रख दिया है और मानवता को कलंकित कर दिया है। सरकार को इस जघन्य अपराध के दोषियों और मुख्य साजिशकर्ताओं को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।’’
देशमुख के परिजनों ने ‘‘न्याय’’ की मांग की।
थोराट ने कहा, ‘‘यह हत्या अत्यंत दुखद है तथा इसने पूरे महाराष्ट्र को झकझोर कर रख दिया है। हत्यारों तथा इस कृत्य को अंजाम देने वालों को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए तथा उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।’’
पूर्व मंत्री ने इस घटना के मुख्य साजिशकर्ता और बीड तथा पूरे महाराष्ट्र में आतंक फैलाने के लिए जिम्मेदार लोगों का पर्दाफाश करने के लिए गहन जांच की मांग की।
उन्होंने कहा, ‘‘जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए और त्वरित अदालत में मामले की सुनवाई की जानी चाहिए जिससे आरोपियों के खिलाफ कानून कार्यवाही हो, चाहे वे किसी भी जाति या धर्म का क्यों न हो।’’
थोराट ने कहा कि अराजकता को अनियंत्रित नहीं होने दिया जाना चाहिए, क्योंकि इसके बहुत बुरे परिणाम हो सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अपराधियों में कानून का डर होना चाहिए, लेकिन मौजूदा स्थिति से पता चलता है कि प्रशासन में नियंत्रण का अभाव है।’’
थोराट ने आरोप लगाया कि बीड जिले में इस तरह के अपराध होते रहे हैं, लेकिन पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की और यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा सरपंच संतोष देशमुख के परिवार के साथ मजबूती से खड़ी रहेगी।
वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अमित देशमुख ने कहा कि परभणी और बीड की घटनाएं महाराष्ट्र के प्रगतिशील इतिहास पर एक धब्बा हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम इन दोनों घटनाओं के दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी और पीड़ित परिवारों को न्याय दिए जाने की मांग करते हैं।’’
महाराष्ट्र के परभणी रेलवे स्टेशन के बाहर एक अज्ञात व्यक्ति ने बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के पास रखी संविधान की प्रतिकृति को 10 दिसंबर को क्षतिग्रस्त कर दिया था, जिसके बाद आगजनी और पथराव हुआ था।
पुलिस ने इस हिंसा में शामिल 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था, लेकिन इनमें से सोमनाथ सूर्यवंशी (35) की न्यायिक हिरासत में बीमार पड़ने के बाद एक सरकारी अस्पताल में मौत हो गई थी।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को सूर्यवंशी के परिवार से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने दावा किया था, ‘‘सूर्यवंशी की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह दलित थे और संविधान की रक्षा कर रहे थे।’’
महाराष्ट्र पुलिस का अपराध जांच विभाग (सीआईडी) सरपंच हत्या के मामले की जांच कर रहा है। इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
कैज की एक अदालत ने सोमवार को आरोपी जयराम चाटे, महेश केदार और प्रतीक घुले को छह जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया जबकि चौथा आरोपी विष्णु चाटे 27 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों में से एक विष्णु चाटे ने बीड जिले में पवनचक्की लगाने वाली एक ऊर्जा कंपनी से कथित तौर पर 2 करोड़ रुपये की मांग की थी और मांगें पूरी न होने पर परिचालन बंद कराने की धमकी दी थी।
पुलिस के अनुसार, सरपंच देशमुख ने जबरन वसूली रोकने की कोशिश की थी, इसलिए उन्हें अगवा कर लिया गया और उन्हें प्रताड़ित करने के बाद उनकी हत्या कर दी गयी। इस मामले में सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने पिछले सप्ताह देशमुख के परिजनों से मुलाकात की थी। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी देशमुख के परिवार से मुलाकात की थी।
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