मेलबर्न, 29 दिसंबर महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने रविवार को भारत के हरफनमौला खिलाड़ी नितीश कुमार रेड्डी के पिता मुत्याला से कहा कि उनके बलिदानों ने देश को ‘क्रिकेट में एक रत्न’ खोजने में मदद की है।
इक्कीस वर्षीय रेड्डी के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार पहले टेस्ट शतक की बदौलत भारत ने चौथे क्रिकेट टेस्ट की पहली पारी में 369 रन बनाकर मेजबान टीम की बढ़त को 105 रन तक सीमित किया। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के 474 रन के जवाब में मेजबान टीम एक समय 221 रन तक सात विकेट गंवाने के बाद संकट में थी।
भावुक गावस्कर ने कहा, ‘‘आप जानते हैं कि उन्होंने (नितीश की यात्रा में) कितने बड़े त्याग किए और आपकी वजह से मेरी आंखों में आंसू हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आपकी वजह से भारत को क्रिकेट में एक रत्न मिला है।’’
रेड्डी की भावुक मां ने गावस्कर से कहा कि उन्हें अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि उनका बेटा इतने बड़े मैदान पर खेल रहा है और इतनी ‘बड़ी पारी’ खेली।
मुत्याला ने शनिवार को अपने बेटे को भारत को मुकाबले में बनाए रखने के लिए शानदार शतक बनाते हुए देखा। उन्होंने सभी को धन्यवाद दिया और सम्मान के तौर पर गावस्कर के पैर छुए।
इससे पहले पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने भी कहा था कि रेड्डी की शानदार पारी देखकर उनकी आंखों में आंसू आ गए थे।
आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए रेड्डी अंततः चौथे दिन सुबह के सत्र में 189 गेंद पर 11 चौकों और एक छक्के की मदद से 114 रन बनाकर आउट हो गए।
शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘‘सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाजी की, अपनी प्रतिभा और अनुशासन का परिचय दिया, यही वजह है कि आप और इरफान (कमेंट्री करते हुए) बोल रहे थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं चुप हो गया और मेरी आंखों में आंसू आ गए। मेरी आंखों में इतनी जल्दी (खुशी के) आंसू नहीं आते। मैंने कल रेड्डी की पारी देखने का आनंद लिया।’’
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