दोनों खिलाड़ियों ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए राष्ट्रीय रिकार्ड बनाया। अफीफ ने नाबाद 93 और मेहदी ने नाबाद 81 रन बनाये जिससे बांग्लादेश ने सात गेंद रहते जीत हासिल कर ली। इससे पहले उसने अफगानिस्तान को 49.1 ओवर में 215 रन के स्कोर पर समेट दिया था।
अफगानिस्तान के राशिद खान, मुजीबुर रहमान और मोहम्मद नबी की स्पिन तिकड़ी केवल दो विकेट ही चटका सकी।
हालांकि अपना दूसरा वनडे खेल रहे तेज गेंदबाज फजलहक फारूखी ने 18 रन देकर चार विकेट चटकाये जिससे अफगानिस्तान को जीत की उम्मीद बंधी थी।
मुजीब (32 रन देकर एक विकेट) ने शाकिब अल हसन (10) का विकेट झटका, जो बांग्लादेश के शीर्ष छह में से दोहरे अंक तक पहुंचने वाले एकमात्र खिलाड़ी रहे।
राशिद खान (30 रन देकर एक विकेट) ने फिर महमूदुल्लाह का विकेट झटका जो बांग्लादेश का छठा विकेट था जिससे अफगानिस्तान लगातार सातवीं वनडे जीत की ओर बढ़ रहा था।
लेकिन अफीफ और मेहदी ने मुश्किल समय में बेहतरीन प्रदर्शन किया और उनकी सतर्कता के साथ आक्रामक खेलने की रणनीति अफगानिस्तान की तिकड़ी को प्रभावहीन बनाने में अहम रही।
अफीफ ने 64 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया और फिर अपने करियर में पहली बार 50 रन से ज्यादा का स्कोर बनाया। मेहदी ने 79 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।
अफीफ ने गुलबदिन नायब पर मिड विकेट पर बाउंड्री लगाकर अपनी टीम को जीत दिलायी।
इससे पहले अफगानिस्तान ने नजीबुल्लाह जदरान के 84 गेंद में 67 रन की मदद से सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। यह नजीबुल्लाह का 13वां वनडे अर्धशतक था।
बांग्लादेश के लिये मुस्तफिजुर रहमान ने 35 रन देकर तीन विकेट झटके जबकि शाकिब अल हसन, तास्किन अहमद और शोरीफुल इस्लाम ने दो दो विकेट चटकाये।
इस हार के साथ अफगानिस्तान की लगातार छह वनडे जीत की लय टूट गयी।
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