नयी दिल्ली, 28 सितंबर दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने राष्ट्रीय राजधानी में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के लिए बांस के पौधे लगाने की दिशा में किए गए प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि इस पहल से शहर के वातावरण को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की अमृतसर में हुई बैठक में उपराज्यपाल सक्सेना ने हाल के महीनों में दिल्ली के सौंदर्यीकरण के लिए अपनाए गए तरीकों और अभिनव कदमों पर प्रस्तुति दी।
उत्तरी क्षेत्रीय परिषद (एनजेडसी) की हाल ही में हुई बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की थी।
एनजेडसी में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के अलावा केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और चंडीगढ़ शामिल हैं।
सक्सेना ने कहा कि दिल्ली सरकार के वन विभाग ने बांस के लगभग 2.90 लाख पौधे लगाए हैं। इसके अलावा दिल्ली विकास प्राधिकरण ने यमुना के तट पर 'बांसेरा' समेत कई अन्य इलाकों में बांस के 25,000 अतिरिक्त पौधे लगाए हैं।
उपराज्यपाल ने दावा किया कि बांस के पेड़ अन्य पौधों की तुलना में 30 प्रतिशत अधिक ऑक्सीजन उत्सर्जित करते हैं और कम पानी की खपत करते हैं, जिससे जल स्तर बढ़ाने में मदद मिलती है।
उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के संदेह के बावजूद, बांस के पौधे पिछले आठ महीनों में 10-20 फुट तक बढ गए हैं। दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या के मद्देनजर इस पहल से शहर के वातावरण को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
उपराज्यपाल ने बताया कि नजफगढ़ नाला और यमुना नदी को साफ करने के लिए, हजारों टन जमा गाद और कचरे के निपटान के लिए 'आंशिक गुरुत्वाकर्षण डी-सिल्टिंग' जैसे किफायती और अभिनव उपाय किए गए।
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