बेंगलुरु, पांच अप्रैल कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा पर विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक लाभ लेने के लिए सांप्रदायिक मुद्दों को उठाने का मंगलवार को आरोप लगाया। उन्होंने ‘चुप्पी’ साधने को लेकर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की आलोचना की।
विधानसभा में विपक्ष के नेता ने अज़ान को लेकर विवाद की पृष्ठभूमि में कहा कि मंदिरों, मस्जिदों और गिरजाघरों में लंबे अरसे से लाउडस्पीकर लगे हुए हैं और इसने लोगों को क्या नुकसान पहुंचाया?
उन्होंने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री "इतने कमजोर" हैं कि समाज में गड़बड़ी पैदा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं?
कुछ दक्षिणपंथी संगठनों और भाजपा नेताओं ने मस्जिदों से लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल को रोकने का आह्वान करते हुए कहा कि ये आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए परेशानी का कारण बनते हैं।
सिद्धरमैया ने कहा कि विधानसभा चुनाव नजदीक हैं,इसलिए भाजपा राजनीतिक लाभ लेने के लिए समाज को सांप्रदायिक मुद्दों से प्रभावित कर रही है। उन्होंने कहा, "यह आने वाले दिनों में भाजपा को उलटा पड़ेगा।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि असामाजिक तत्व राज्य में शांति भंग कर तनाव पैदा कर रहे हैं। उन्होंने पूछा क्या मुख्यमंत्री की "चुप्पी" उनके समर्थन या मुद्दे से निपटने में उनकी अक्षमता का संकेत देती है?
सिद्धरमैया ने कहा कि राज्य में समग्र प्रगति के लिए व्यवस्था जरूरी है। उन्होंने कहा, "अगर मुख्यमंत्री को हमारे लोगों की वास्तविक चिंता है, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए... । उनकी विफलता लोगों को आहत कर रही है।”
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