नयी दिल्ली, 14 फरवरी राष्ट्रीय राजधानी में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में सितंबर 2018 से 23,000 से अधिक लाभार्थियों ने आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत लाभ उठाया है।
ज्यादातर मरीज नेत्र विज्ञान, सामान्य चिकित्सा, हड्डी रोग और न्यूरो सर्जरी के बाद मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभागों में इलाज कराना चाहते थे।
‘मेडिकल ऑन्कोलॉजी’ कीमोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी, लक्षित चिकित्सा और हार्मोनल थेरेपी का इस्तेमाल करके कैंसर के उपचार से संबंधित है।
जटिल सर्जरी का जहां तक सवाल है तो आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत हृदय से संबंधित जन्मजात रोगों के लिए 730 प्रक्रियाएं की गई हैं, इसके बाद कूल्हे के प्रत्यारोपण संबंधी 557 प्रक्रियाएं और 148 घुटने के प्रत्यारोपण किए गए हैं।
एम्स द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार 24 जनवरी तक 5,179 लाभार्थियों ने मेडिकल ऑन्कोलॉजी के तहत योजना का लाभ उठाया। इसके बाद नेत्र विज्ञान विभाग के तहत 4,275, सामान्य चिकित्सा के तहत 3,169, हड्डी रोग विभाग के तहत 2,260 और न्यूरोसर्जरी के तहत 2,223 लाभार्थियों ने लाभ उठाया।
अस्पताल ने एक बयान में कहा कि एम्स, दिल्ली गर्व से आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबीपीएमजेएवाई) योजना के सफल और प्रभावी कार्यान्वयन की घोषणा करता है।
बयान में कहा गया है कि आयुष्मान भारत योजना से जुड़ी टीम लोगों को योजना का अधिकतम लाभ उठाने की सुविधा प्रदान करने के लिए समर्पित है और एम्स, दिल्ली में आने वाले सभी पात्र लाभार्थियों को इसमें शामिल करने की दिशा में काम किया गया है।
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