देश की खबरें | आयुर्वेद में वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को मजबूत करने की क्षमता: मोदी

देहरादून, 12 दिसंबर दसवां विश्व आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो बृहस्पतिवार को यहां शुरू हुआ जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जोर देकर कहा कि प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति में वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को मजबूत करने की क्षमता है ।

कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में पढ़े गए एक संदेश में मोदी ने आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आयुर्वेद में वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को मजबूत करने की क्षमता है क्योंकि यह विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के लिए व्यापक उपचार प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करता है और रोकथाम, पोषण और मानसिक स्वास्थ्य पर एकसमान बल देता है।’’

मोदी ने विश्वास जताया कि यह चार दिवसीय सम्मेलन वैश्विक स्तर पर आयुर्वेद को बढ़ावा देने की गति को तेज करेगा। उन्होंने प्रतिनिधियों से इस उद्देश्य के लिए एक नयी रूपरेखा लेकर आने को कहा।

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के संदेश को उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने पढ़ा। कार्यक्रम में 350 विदेशियों समेत 5,500 से ज्यादा प्रतिनिध हिस्सा ले रहे हैं।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश सरकार देश की ‘प्रथम योग नीति’ लागू करने की दिशा में कार्य कर रही है जो आयुर्वेद और योग को व्यापक स्तर पर साथ लाकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई क्रांति लाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

उत्तराखंड को आयुर्वेद और औषधीय संपदा की प्रज्ञा भूमि बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर कार्य कर रही है।

उन्होंने कहा कि राज्य में आयुष आधारित 300 आयुष्मान आरोग्य केंद्रों का संचालन हो रहा है जबकि ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से 70 से अधिक विशेषज्ञों द्वारा आयुष परामर्श दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जिले में 50 बिस्तरों वाले आयुष चिकित्सालयों की स्थापना की जा रही है जबकि हर जिले के एक गांव को मॉडल आयुष गांव के रूप में स्थापित कर आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है ।

धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार आयुष निर्माण, वेलनेस, शिक्षा, शोध और औषधीय पौधों के उत्पादन को गति प्रदान करने के लिए ‘आयुष नीति’ लागू कर चुकी है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आने वाले वर्षों में आयुष ‘टेली-कंसल्टेशन’ प्रारम्भ करने के अलावा 50 नए योग और वेलनेस केंद्र स्थापित करेगी।

धामी ने देहरादून में इस आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया और कहा कि कार्यक्रम में 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधि तथा 6000 से अधिक विशेषज्ञों की मौजूदगी और एक्सपो में लगाए गए 250 से अधिक स्टॉल, आयुर्वेद की वैश्विक स्तर पर स्वीकार्यता का प्रमाण दे रहे हैं।

उन्होंने उम्मीद जताई कि यह सम्मेलन आयुर्वेद के क्षेत्र में परस्पर ज्ञान साझा करने और विभिन्न शोध कार्यों को बढ़ावा देने के साथ-साथ सहयोग तथा व्यापार के नए अवसरों को पैदा करेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की स्थापना के लिए केंद्रीय आयुष मंत्रालय से अनुरोध किया है जो आयुर्वेद शिक्षा एवं अनुसंधान के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।

मुख्यमंत्री ने विशेषज्ञों से जड़ी-बूटियों के हिंदी नामों के साथ ही अंग्रेजी नामों को भी प्रचारित करने का अनुरोध किया जिससे स्थानीय जड़ी-बूटियों की वैश्विक बाजार तक पहुंच आसान हो सकेगी। इस संबंध में उन्होंने पहाड़ में पाए जाने वाले ‘किलमोड़े’ का उदाहरण दिया जिससे दवाएं बनती हैं।

उन्होंने कहा कि इसके अंग्रेजी नाम ‘बेरीबेरीज’ को पूरा विश्व जानता है लेकिन अधिकतर स्थानीय लोग इसे नहीं जानते।

कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले दस साल के दौरान आयुष के क्षेत्र में हुई पहलों से आयुष उत्पाद निर्माण में आठ गुना बढ़ोतरी हुई है और अब आयुष तथा हर्बल उत्पाद विश्व के 150 से अधिक देशों में निर्यात हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आयुर्वेद भी अब कृत्रिम मेधा, मशीन लर्निंग उपकरणों की तकनीक को अपना कर आगे बढ़ रहा है।

जाधव ने कहा कि आयुर्वेद की सभी दवाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार जिला, तहसील और गांव स्तर पर आयुष औषधि केंद्रों की स्थापना का प्रयास कर रही है।

उन्होंने बताया कि ऐसा पहला केंद्र दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि देशभर में ऐसे केंद्र खुलने से आयुष चिकित्सक मरीजों के लिए आसानी से आयुर्वेदिक दवा लिख सकेंगे।

उन्होने कहा कि यह सम्मेलन नवीन विचारों, प्राचीन संस्कृति और नवाचारों का संगम साबित होगी।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)