Ayodhya Rape Case: अयोध्या दुष्कर्म मामला में SP प्रमुख ने अदालत से स्वत: संज्ञान लेने का आग्रह किया
Representational Image (File Photo)

लखनऊ, 4 अगस्त : समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को अदालत से अनुरोध किया कि वह अयोध्या में नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार मामले की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए इसका स्वतः संज्ञान ले तथा अपनी निगरानी में दुष्कर्म पीड़िता की सुरक्षा सुनिश्चित करे. अखिलेश ने यह भी कहा कि इस घटना का राजनीतिकरण करने की गलत मंशा रखने वाले लोगों के इरादे कभी सफल नहीं होने चाहिए. उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "बलात्कार पीड़िता के लिए सरकार अच्छे-से-अच्छा चिकित्सीय प्रबंध कराए. बालिका के जीवन की रक्षा की ज़िम्मेदारी सरकार की है." सपा प्रमुख ने कहा, "माननीय न्यायालय से विनम्र आग्रह है कि वह स्वत: संज्ञान लेकर स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपने पर्यवेक्षण में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करवाए." उन्होंने अपने पोस्ट में किसी का नाम लिए बगैर कहा, "बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए."

अखिलेश ने अयोध्या में नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी सपा कार्यकर्ता मोईद खान और उसके नौकर राजू खान का डीएनए परीक्षण कराने की शनिवार को मांग की थी, जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया था. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने अखिलेश के इस बयान पर सवाल किया था कि सपा शासन में ऐसे मामलों में कितने आरोपियों का डीएनए परीक्षण किया गया था. वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया था कि अखिलेश ने सपा से जुड़े आरोपी मोइद खान को "क्लीन चिट" दे दी है. अखिलेश ने 'एक्स' पर कहा था, "कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगे हैं, उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए, न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए. जो भी दोषी हो, उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए, लेकिन अगर डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित हों, तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए. यही न्याय की मांग है." यह भी पढ़ें : कर्नाटक : एमयूडीए घोटाले के खिलाफ भाजपा-जद(एस) का मार्च जारी, कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा

अन्य सपा नेताओं ने भी मामले में नार्को परीक्षण की मांग की. भाजपा ने इस पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि सपा अपनी "लड़कों से गलती हो जाती है" वाली मानसिकता दिखा रही है. अयोध्या पुलिस ने 30 जुलाई को जिले के पूराकलंदर थाना क्षेत्र के भदरसा नगर में बेकरी चलाने वाले मोइद खान और उसके कर्मचारी राजू खान को 12 साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया था. पुलिस ने बताया कि मोइद और राजू ने दो महीने पहले नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया था और इस कृत्य को रिकॉर्ड भी किया था. घटना का खुलासा तब हुआ था, जब हाल ही में मेडिकल जांच में पता चला कि पीड़िता गर्भवती है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया है कि मोइद खान समाजवादी पार्टी का सदस्य है और फैजाबाद से सपा सांसद अवधेश प्रसाद की टीम का हिस्सा है.

योगी ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में मामले का जिक्र किया था और सपा पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था, "यह अयोध्या का मामला है. मोइद खान सपा से है और अयोध्या के सांसद की टीम का सदस्य है. उसे 12 साल की बच्ची के साथ बलात्कार में शामिल पाया गया है. समाजवादी पार्टी ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है." मुख्यमंत्री ने दुष्कर्म पीड़िता की मां से मुलाकात के बाद अधिकारियों को उसके स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम करने का निर्देश दिया था. अयोध्या जिला प्रशासन ने शनिवार को मोइद खान की बेकरी को ध्वस्त कर दिया था. अयोध्या के जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने बताया कि वह बेकरी अवैध रूप से एक तालाब को पाटकर बनाई गई थी.