नवी मुंबई, चार अप्रैल लखनऊ सुपर जायंट्स ने कप्तान लोकेश राहुल (68) और दीपक हुड्डा (51) के अर्धशतकों के बाद आवेश खान (24 रन देकर चार विकेट) की शानदार गेंदबाजी से सोमवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग टी20 क्रिकेट मैच में सनराइजर्स हैदराबाद को 12 रन से हराकर लगातार दूसरी जीत दर्ज की।
पिछले मैच में चेन्नई सुपर किंग्स को हराने वाली लखनऊ सुपर जायंट्स ने पावरप्ले में तीन विकेट गंवाने के बाद कप्तान राहुल (50 गेंद में छह चौके, एक छक्का) और हुड्डा (33 गेंद में तीन चौके, तीन छक्के) के बीच चौथे विकेट के लिये 87 रन की साझेदारी से उबरते हुए सात विकेट पर 169 रन बनाये।
सनराइजर्स हैदराबाद की टीम को लगातार विकेट गंवाने का खामियाजा भुगतना पड़ा जिससे टीम 20 ओवर में नौ विकेट पर 157 रन ही बना सकी और उसे लगातार दूसरी हार झेलनी पड़ी। पिछले मैच में टीम राजस्थान रॉयल्स से करारी शिकस्त मिली थी।
लखनऊ सुपर जायंट्स के गेंदबाजों ने महज 169 रन के स्कोर का अच्छा बचाव किया जिसमें आवेश की भूमिका अहम रही, उनका अंतिम और पारी का 18वां ओवर अहम रहा जिसमें उन्होंने निकोलस पूरन और अब्दुल समद के दो विकेट झटके।
अंतिम ओवर में जेसन होल्डर (34 रन देकर तीन विकेट) ने तीन विकेट चटकाये।
कृणाल पंड्या ने 27 रन देकर दो विकेट हासिल किये।
बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद लखनऊ सुपर जायंट्स की शुरूआत अच्छी नहीं रही, उसका स्कोर 4.5 ओवर में तीन विकेट पर 27 रन था।
वाशिंगटन सुंदर (28 रन देकर दो विकेट) ने सनराइजर्स हैदराबाद को शुरूआती विकेट दिलाये।
सबसे पहले उन्होंने दूसरे ओवर में सलामी बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक (01) को कप्तान केन विलियमसन के हाथों कैच आउट कराया और फिर चौथे ओवर में इविन लुईस (01) को पगबाधा आउट किया।
लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान राहुल और मनीष पांडे (11) अपनी टीम को संभालने का प्रयास कर ही रहे थे कि शेपर्ड (42 रन देकर दो विकेट) ने उन्हें तीसरा झटका दिया। पांडे ने शेपर्ड के इस पहले ओवर की दूसरी गेंद को चौके और अगली गेंद को डीप स्क्वायर लेग पर छक्के के लिये भेजा। वह छक्का लगाते हुए कैच आउट होने से बच गये थे। लेकिन पांचवीं गेंद पर मिडऑन पर भुवनेश्वर कुमार को कैच देकर आउट हो गये।
इससे छह ओवर के बाद टीम का स्कोर तीन विकेट पर 32 रन था।
पर ‘स्ट्रेटेजिक टाइम आउट’ के बाद राहुल और हुड्डा ने आक्रामक रवैया दिखाया जिसमें इन दोनों ने मिलकर तीन चौके और एक छक्के से 10वें ओवर में 20 रन जुटाये।
दोनों एक एक रन के साथ बीच बीच में बाउंड्री लगाकर जिम्मेदारी से खेलते हुए अपने अर्धशतकों की ओर बढ़ रहे थे। दोनों ने चौथे विकेट के लिये 62 गेंद में 87 रन की भागीदारी निभाकर टीम को वापसी कराने में अहम भूमिका निभायी।
शेपर्ड ने फिर हुड्डा का विकेट झटककर लखनऊ की टीम को चौथा झटका दिया।
अब आयुष बदोनी (19) क्रीज पर थे जिन्होंने कप्तान राहुल का अच्छा साथ दिया जिससे दोनों ने पांचवें विकेट के लिये 18 गेंद में 30 रन जोड़े।
राहुल आउट होने वाले पांचवें खिलाड़ी बने, अगर वह क्रीज पर अंत तक टिके रहते तो शायद यह स्कोर और बड़ा हो सकता था।
टी नटराजन (26 रन देकर दो विकेट) की गेंद पर राहुल के पगबाधा आउट होने के बाद बदोनी के अलावा कोई उपयोगी योगदान नहीं कर सका जो अंतिम गेंद पर रन आउट हुए।
टीम ने अंतिम पांच ओवर में 55 रन बनाकर चार विकेट गंवाये।
सनराइजर्स हैदराबाद ने भी शुरूआती दो विकेट पावरप्ले में गंवा दिये थे। केन विलियमसन (16) और अभिषेक शर्मा (13) की शुरूआत धीमी रही। इससे पहले की तेजी से रन बटोरने की शुरूआत होती, दोनों आवेश खान का शिकार बन गये।
टीम के शीर्ष स्कोरर राहुल त्रिपाठी (44) और एडेन मार्कराम (12) ने 31 गेंद में 44 रन जोड़कर अच्छा योगदान दिया।
निकोलस पूरन (34 रन) अपनी टीम को जीत की ओर ले जाने के लिये अच्छे शॉट जमा रहे थे लेकिन 18वें ओवर में आवेश खान की शार्ट गेंद पर पुल शॉट से डीप स्क्वायर लेग पर गगनचुंबी छक्का जड़ने के बाद वह इसी गेंदबाज का शिकार बन गये।
आवेश खान की फुल टॉस गेंद पर ऊंचा शॉट खेलने की कोशिश में हुड्डा को कैच थमा कर पूरन गलत समय आउट हुए क्योंकि टीम की उम्मीदें उनसे लगी थी।
फिर अब्दुल समद क्रीज पर उतरे और आवेश खान ने अपना जलवा जारी रखते हुए यार्कर से उन्हें विकेट के पीछे क्विंटन डिकॉक के हाथों कैच आउट कराया।
अंतिम दो ओवर में टीम को जीत के लिये 26 रन चाहिए थे। 19वें ओवर में 10 रन बने।
अंतिम ओवर में जेसन होल्डर की पहली गेंद पर वाशिंगटन सुंदर (18), चौथी गेंद पर भुवनेश्वर कुमार (01) और अंतिम गेंद में रोमारियो शेपर्ड (08) का विकेट गिरा।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)