नयी दिल्ली, 11 अगस्त नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) ने मंगलवार को डेल टेक्नोलॉजीज के साथ गठजोड़ कर अटल टिंकरिंग लैब (एटीएल) के युवा नवप्रवर्तकों के लिये छात्र उद्यमिता कार्यक्रम (एसईपी) का दूसरा चरण शुरू किया।
नीति आयोग ने एक बयान में कहा कि कार्यक्रम एसईपी दो के तहत नवप्रवर्तन से जुड़े छात्र डेल के स्वयंसेवकों के साथ मिलकर काम कर सकेंगे।
बयान के अनुसार उन्हें संरक्षण, प्रोटोटाइपिंग और परीक्षण समर्थन, बौद्धिक संपदा पंजीकरण और पेटेंट विचार, प्रक्रियाओं और उत्पादों का पेटेंट संरक्षण हासिल करने, विनिर्माण सहयोग के साथ ही बाजार में उत्पाद पेश करने में भी सहयोग मिलेगा।
छात्र उद्यमिता कार्यक्रम (एसईपी)एक जनवरी 2019 में पेश किया गया था।
बयान के अनुसार 10 महीने लंबे कठिन कार्यक्रम के माध्यम से एक देशव्यापी प्रतियोगिता-एटीएल मैराथन के शीर्ष छह दलों को नवीन प्रोटोटाइप्स को पूरी तरह कार्यशील उत्पादों में परिवर्तित करने का मौका मिला, जो अब बाजार में उपलब्ध हैं।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा, ‘‘...हमने एसईपी एक का समापन किया और एसईपी दो का शुभारम्भ किया है, ऐसे में मैं इन नवप्रवर्तनों के देश पर पड़ने वाले असर को देखकर खासा उत्साहित हूं।”
डेल टेक्नोलॉजीज इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आलोक ओरी ने कहा, “डेल अपने अनुभवों के सहारे विद्यार्थियों को सशक्त बनाने के लिए नवीन तकनीकों का उपयोग कर रही है। जिससे उन्हें नवप्रवर्तन की मानसिकता विकसित की जा सके। हम पहले विद्यार्थी उद्यमशीलता कार्यक्रम के निष्कर्षों से खासे खुश हैं और अगले बैच की उपलब्धियों का इंतजार कर रहे हैं।’’
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