(के जे एम वर्मा)
बीजिंग/जिशिशान, 19 दिसंबर उत्तर पश्चिमी चीन के सुदूर पर्वतीय क्षेत्र में मध्य रात्रि को आए शक्तिशाली, 6.2 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 116 लोगों की मौत हो गयी और करीब 400 अन्य घायल हो गए हैं।
चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र ने मंगलवार को बताया कि सोमवार रात 11 बजकर 59 मिनट पर गांसू और किनघई प्रांतों में हल्का भूकंप आया और इसका केंद्र जमीन में 10 किलोमीटर की गहरायी में था।
विशेषज्ञों ने बताया कि हल्के भूकंप से बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान होता है।
भूकंप का केंद्र लियुगोऊ शहर में था जो गांसू में जिशिशान काउंटी से करीब आठ किलोमीटर दूर है। किनघई प्रांत हिमालय के तिब्बत क्षेत्र से सटा है जहां महाद्वीपीय प्लेटों के टकराने से आए दिन भूकंप आते रहते हैं।
इसके कुछ घंटों बाद मंगलवार को सुबह नौ बजकर 46 मिनट पर पड़ोसी शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र में दूसरा भूकंप आया।
‘सीईएनसी’ के अनुसार, भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहरायी में था। गांसू और किनघई में भी भूकंप के बाद के झटके भी महसूस किए गए।
स्थानीय मीडिया में आयी खबरों के अनुसार, गांसू में भूकंप से 105 लोगों की मौत हुई जबकि किनघई में 11 लोगों की मौत हुई।
अधिकारियों ने बताया कि अभी तक भूकंप प्रभावित इलाकों में 397 लोगों के घायल होने की खबर है। भूकंप से जिशिशान में 6,381 मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
प्रांतीय आपात प्रबंधन विभाग के प्रवक्ता हान शुजुन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अभी तक भूकंप के बाद के 32 झटके महसूस किए गए हैं, जिनमें से सबसे ज्यादा तीव्रता 4.0 रही।
भूकंप से कुछ ग्रामीण सड़कें नष्ट हो गयीं जिससे बिजली गुल हो गयी और दूरसंचार सेवाएं ठप हो गयी।
परिवहन मंत्रालय ने मंगलवार को सुबह बताया कि भूकंप के कारण ‘पीली नदी’ पर बने एक पुल में दरार आ गयी है।
स्थानीय मौसम विज्ञान प्राधिकारियों के अनुसार, जिशिशान में मंगलवार को पारा शून्य से 10 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की आशंका है।
प्रांतीय दमकल एवं बचाव विभाग ने आपदाग्रस्त क्षेत्र में 580 बचावकर्मियों, 12 खोजी कुत्तों और 10,000 से अधिक उपकरण भेजे हैं।
रेलवे प्राधिकरण ने भूकंप प्रभावित क्षेत्र में यात्री और मालवाहक ट्रेन निलंबित कर दी है और रेलवे की पटरियों की सुरक्षा जांच का आदेश दिया है।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने भूकंप के बाद हताहतों की संख्या कम करने के लिए हरसंभव प्रयास करने का आदेश दिया है।
शी ने स्थानीय प्राधिकारियों से घायलों को शीघ्र उपचार उपलब्ध कराने और भूकंप तथा मौसम की स्थिति पर करीबी नजर रखने को कहा है।
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