गुवाहाटी, 27 नवंबर असम के विधायक कमलाख्या डे पुरकायस्थ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे कथित अत्याचारों को लेकर भारत के हस्तक्षेप और हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई सुनिश्चित करने की मांग की।
करीमगंज (उत्तर) का प्रतिनिधित्व करने वाले पुरकायस्थ ने प्रधानमंत्री से अल्पसंख्यकों पर हमलों के दोषियों को जवाबदेह ठहराने के लिए तत्काल राजनयिक हस्तक्षेप का आग्रह किया।
‘बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोत’ के प्रवक्ता दास को सोमवार को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से देशद्रोह के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था।
पुरकायस्थ ने कहा, ‘‘पड़ोसी देश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अन्याय और उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने वाले धार्मिक नेताओं को निशाना बनाये जाने को लेकर गंभीर चिंता पैदा हो गई है।’’
उन्होंने कहा कि दास के खिलाफ लगाए गए आरोप राजनीति से प्रेरित प्रतीत होते हैं।
विधायक ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वह यह सुनिश्चित करें कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार मानकों के अनुरूप हिंसा या उत्पीड़न के भय के बिना स्वतंत्र रूप से अपने धर्म का पालन करने दिया जाये।
अपनी विधानसभा सदस्यता छोड़े बिना भाजपा सरकार को समर्थन देने वाले कांग्रेस विधायक पुरकायस्थ ने पत्र की एक प्रति मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा को भी भेजी है।
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