नयी दिल्ली, 27 नवंबर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने बुधवार को कहा कि उसने 2012-13 में एससी/एसटी और ओबीसी छात्रों की छात्रवृत्ति के वितरण में कथित अनियमितताओं के लिए शिक्षा विभाग के दो अधिकारियों को हटा दिया है और दो अन्य की सेवाएं समाप्त कर दी हैं।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, नगर निकाय ने विभाग के दो कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की, जिनमें से एक को हटा दिया गया तथा दूसरे की सेवाएं समाप्त कर दी गईं।
बयान में कहा गया कि इसके अलावा एक अधिकारी को पदावनत भी किया गया है।
मामला एमसीडी के मध्य क्षेत्र से संबंधित है, जहां जांच में पाया गया कि एक विद्यालय निरीक्षक और एक प्रधानाचार्य ने गलत पहचान का इस्तेमाल करके छात्रवृत्ति राशि का गबन किया और पैसे को अलग-अलग खातों में जमा कर दिया, जिससे निगम को वित्तीय नुकसान हुआ।
बयान में कहा गया कि जांच में यह भी पता चला कि अधिकारी अपने कर्तव्यों का जिम्मेदारी से निर्वहन करने में विफल रहे तथा स्कूल के एक कर्मचारी ने नकदी बही बुक और चेक रिकॉर्ड को ठीक से बनाए रखने में लापरवाही बरती।
एमसीडी ने कहा कि दंडित किए गए लोगों में एक स्कूल निरीक्षक को छात्रों की वर्दी के लिए निर्धारित धनराशि को अपने पास रखने का दोषी पाया गया।
इसने कहा कि उन्हें तीन स्तरों पर पदावनत किया गया है और अब उन्हें वेतनमान के स्तर छह के अनुसार मानदेय मिलेगा।
बयान में कहा गया है, ‘‘हमने शिक्षा विभाग में अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति वितरण में अनियमितताओं पर सख्त कार्रवाई की है। दिल्ली नगर निगम किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेगा।’’
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