असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने 'भीड़ को उकसाने' को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया
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गुवाहाटी, 23 जनवरी : असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा (Himanta Vishwa Sharma) ने मंगलवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक को, अवरोधक तोड़ने के लिए भीड़ को उकसाने को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया और कांग्रेस समर्थकों के इस कृत्य को 'नक्सलवादी हथकंडा' करार दिया.,युवा कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. के एक पोस्ट के जवाब में मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा, ''मैंने असम पुलिस के महानिदेशक को भीड़ को उकसाने के लिए आपके नेता राहुल गांधी के खिलाफ का मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है.''

शर्मा ने कहा कि जिस फुटेज को श्रीनिवास ने अपने अकाउंट पर पोस्ट किया है उसे साक्ष्य के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा, ''यह असम की संस्कृति का हिस्सा नहीं है. हम एक शांतिपूर्ण राज्य हैं. इस तरह के नक्सलवादी हथकंडे हमारी संस्कृति से बिल्कुल विपरीत हैं.'' शर्मा ने कहा, ''आपके गैरजिम्मेदाराना आचरण और दिशा-निर्देशों के उल्लंघन की वजह से अब गुवाहाटी की सड़कों पर भारी जाम लग गया.'' राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को फिर से रोकने के लिए अवरोधक लगाने की साजिश करने का आरोप लगाते हुए युवा कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष ने 'एक्स' पर कहा, ''जितना चाहे उतनी लाठियों का इस्तेमाल कर लो....यह जंग अब जारी रहेगी.'' यह भी पढ़ें : किसी की आपत्ति से ‘अखंड भारत’ की बात खत्म नहीं होगी: मोहन यादव

राहुल गांधी की अगुवाई वाली यात्रा को शहर में प्रवेश करने से रोक दिया गया, जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और अवरोधक तोड़ दिए. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान नारे भी लगाए. गांधी ने शहर के बाहरी इलाके में पार्टी समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, ''हमने अवरोधक तोड़े हैं लेकिन कानून नहीं तोड़ेंगे.'' यात्रा को शहर की सीमा में प्रवेश करने से रोकने के लिए दो स्थानों पर अवरोधक लगाए गये थे. पुलिस को कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए बल प्रयोग भी करना पड़ा.