गिरिडीह (झारखंड), 17 अगस्त असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर राज्य में ‘‘तुष्टीकरण’’ की राजनीति करने का आरोप लगाया।
झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चुनाव सह-प्रभारी शर्मा ने शनिवार को गिरिडीह जिले के बेंगाबाद का दौरा किया। शर्मा ने हवलदार चौहान हेब्राम के परिजनों से मुलाकात की। चौहान की 12 अगस्त को हजारीबाग के एक अस्पताल में एक सजायाफ्ता कैदी ने हत्या कर दी थी।
हेब्राम की मां से मुलाकात के बाद शर्मा ने कहा, ‘‘झामुमो या कांग्रेस के किसी भी विधायक ने अभी तक आदिवासी पीड़ित परिवार से मुलाकात नहीं की है।’’
आजीवन कारावास की सजा काट रहा कैदी शाहिद अंसारी हजारीबाग जिले के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एसबीएमसीएच) में हेब्राम पर रॉड से वार कर और ‘सेलाइन पाइप’ से गला घोंटकर उसकी हत्या करने के बाद फरार हो गया था। अंसारी का अस्पताल में इलाज चल रहा था।
असम के मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि फरार कैदी को पकड़ने के लिए प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया।
शर्मा ने कहा कि जब उन्हें घटना के बारे में पता चला तो उन्होंने शनिवार सुबह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की झारखंड इकाई के प्रमुख बाबूलाल मरांडी के साथ हेब्राम के परिवार से मिलने का फैसला किया।
शर्मा ने कहा, ‘‘जब मैं यहां पहुंचा तो मुझे बताया गया कि पुलिस सुबह-सुबह हेब्राम के परिवार के सदस्यों को अपने साथ ले गई। यहां तक कि उनके साथ रहने वाले उनके ससुराल वालों को भी बाद में अपने साथ ले गई। इस सरकार ने तुष्टीकरण की राजनीति की सारी हदें पार कर दी हैं।’’
शर्मा ने कहा कि उन्हें बताया गया कि पुलिस हेब्राम के परिवार के सदस्यों को कुछ कागजी कार्रवाई के लिए हजारीबाग ले गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर यह पीड़ित के हित में किया जाता है तो ठीक है।’’
असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वह गांव पहुंचे तो दूसरे गांव में रहने हेब्राम की मां उनसे मुलाकात के लिए आईं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने परिवार को आश्वासन दिया कि भाजपा उन्हें जो भी मदद चाहिए, वह मुहैया कराने की कोशिश करेगी।’’
शर्मा ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार से आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उसे फांसी की सजा दिलाई जाए। मैं सरकार से यह भी आग्रह करूंगा कि वह हेब्राम के परिजनों को नियमों के अनुसार अनुकंपा के आधार पर नौकरी दे।’’
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