Afghanistan Crisis: बुधवार को जारी किए गए इस बयान पर अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और 18 अन्य देशों ने हस्ताक्षर किए हैं. इसमें कहा गया है कि तालिबान (Taliban) द्वारा नियंत्रण किए जाने के मद्देनजर बयान पर हस्ताक्षर करने वाले देश अफगान महिलाओं के "शिक्षा, काम और आवाजाही की स्वतंत्रता के अधिकारों" के बारे में "काफी चिंतित" हैं.
बयान में कहा गया है कि अफगान महिलाओं और लड़कियों के साथ ही सभी अफगान नागरिक सुरक्षा और सम्मान के साथ जीवन जीने के हकदार हैं. इसमें कहा गया है, "किसी भी प्रकार के भेदभाव और दुर्व्यवहार पर रोक लगनी चाहिए। हम, अंतरराष्ट्रीय समुदाय, मानवीय सहायता के साथ उनकी सहायता और समर्थन के लिए तैयार हैं…’’ यह भी पढ़ें: तालिबान की वापसी, महिलाओं के लिए 20 साल की प्रगति रातों-रात गायब होती दिख रही है
बयान में आगे कहा गया है कि दुनिया इस बात की बारीकी से निगरानी करेगी कि कोई भी भविष्य की सरकार उन अधिकारों और स्वतंत्रता को कैसे सुनिश्चित करती है जो पिछले 20 वर्षों के दौरान अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों के जीवन का एक अभिन्न अंग बन गए हैं.
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