देश की खबरें | गांदरबल में आतंकी हमले के खिलाफ जम्मू में पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन

जम्मू, 21 अक्टूबर जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में एक सुरंग के निर्माण स्थल पर हुए घातक आतंकी हमले में सात लोगों की मौत के एक दिन बाद शिवसेना डोगरा फ्रंट और राष्ट्रीय बजरंग दल के सदस्यों ने सोमवार को पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हत्याओं के विरोध में जम्मू में पड़ोसी मुल्क के झंडे जलाए।

प्रदर्शनकारियों ने लोगों के बीच विश्वास बहाल करने के लिए इस हमले में शामिल आतंकवादियों के जल्द से जल्द खात्मे की मांग की।

प्रदर्शनकारियों ने हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए दावा किया कि यह जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण विधानसभा चुनाव और निर्वाचित सरकार के गठन के बाद आतंकवादियों के बीच हताशा का नतीजा है।

शिवसेना डोगरा फ्रंट के अध्यक्ष अशोक गुप्ता की अगुवाई में प्रदर्शनकारियों ने गांदरबल में हुए ‘कायरतापूर्ण’ हमले के जवाब में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का पुतला भी जलाया और ‘पाकिस्तान हाय-हाय’ के नारे लगाए। गांदरबल जिले में श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार को एक सुरंग निर्माण स्थल पर आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में एक चिकित्सक और छह मजदूरों की मौत हो गई।

शोपियां जिले में बिहार के एक मजदूर का गोलियों से छलनी शव मिलने के कुछ दिनों बाद यह आतंकी हमला हुआ है। शोपियां की घटना के बाद से जम्मू-कश्मीर में प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।

गुप्ता ने कहा, “ऐसी हरकतों में शामिल आतंकवादियों का सफाया किया जाना चाहिए ताकि पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश जाए। आतंकवादियों का समर्थन करने की किसी की हिम्मत न हो, इसके लिए आतंकी संगठनों के सक्रिय सदस्यों के घरों की पहचान कर उन्हें तोड़ दिया जाना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि देश को एकजुट रहना चाहिए और राजनीतिक पैंतरेबाजी से बचना चाहिए।

गुप्ता ने कहा, “आतंकवादी देश (पाकिस्तान) के खिलाफ एक शक्तिशाली जवाबी हमला किया जाना चाहिए, ताकि दुनिया को हमेशा के लिए उसकी नापाक साजिशों से मुक्ति मिल सके।”

उन्होंने कहा, “पाकिस्तान को सबक सिखाना होगा। जैसे-जैसे हमारे रक्षा बल कश्मीर में शिकंजा कस रहे हैं, आतंकी गतिविधियां जम्मू की ओर बढ़ रही हैं, जबकि पंजाब पहले से ही पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे मादक पदार्थों के खतरे से जूझ रहा है।”

गुप्ता ने दावा किया कि हालिया हमला इस बात का संकेत है कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को बर्दाश्त नहीं कर सकता।

उन्होंने कहा, “अगर वे (पाकिस्तान) हम पर हमला करना जारी रखते हैं, तो उनके साथ कोई बातचीत नहीं हो सकती। प्रधानमंत्री इस सप्ताह ‘ब्रिक्स’ शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस जा रहे हैं। मैं उनसे अपील करता हूं कि वे पाकिस्तान को यह कहकर जवाब दें कि कोई बातचीत नहीं होगी, केवल कार्रवाई होगी।”

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