जरुरी जानकारी | आनंद महिंद्रा ने नवाचार, वैश्विक पहुंच के लिए सरकार-कंपनियों के बीच साझेदारी पर दिया जोर

नयी दिल्ली, 10 मार्च महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने रविवार को सरकार और भारतीय कंपनियों के बीच साझेदारी पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इससे बड़े स्तर पर काम करने, नवाचार करने और वैश्विक पहुंच हासिल करने में मदद मिलेगी।

महिंद्रा ने कहा कि ऐसा करके वैश्विक शक्ति बनने की भारत की महत्वाकांक्षा को पूरा करने में घरेलू कंपनियां भी अपनी भूमिका निभा सकेंगी।

उन्होंने घरेलू उद्योग के लिए सरकार से समर्थन भी मांगा और कहा कि पीएलआई योजना को अधिक क्षेत्रों तक बढ़ाने, स्टार्टअप के लिए नियमों को सरल बनाने और लॉजिस्टिक लागत को कम करने जैसे उपायों से उनकी मुकाबला करने की क्षमता बढ़ेगी।

महिंद्रा ने चौथे वार्षिक अटल बिहारी वाजपेयी व्याख्यान में कहा कि भारत में अनुसंधान और विकास पर खर्च बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने स्वीकार किया कि जोखिम से बचने की मानसिकता और कम आकांक्षाओं के कारण निजी क्षेत्र निवेश करने में पिछड़ रहा है।

उन्होंने भारत को एक वैश्विक शक्ति बनाने के लिए सरकार और उद्योग के बीच मजबूत साझेदारी बनाने पर जोर दिया।

महिंद्रा ने कहा, ''मैं तीन प्रमुख क्षेत्रों - बड़े स्तर पर काम करने, नवाचार करने और वैश्विक पहुंच हासिल करने में भारतीय कंपनियों के साथ सरकारी साझेदारी की वकालत कर रहा हूं।''

उन्होंने कहा कि कोरिया और जापान ने औद्योगिक नीति और संरक्षणवाद के जरिए अपनी कंपनियों को उस समय तक मदद दी, जब तक उनकी कंपनियां वैश्विक स्तर पर नहीं पहुंच गईं। दूसरी ओर भारत ने वह रास्ता नहीं चुना।

उन्होंने कहा, ''मुझे खुशी है कि हमने ऐसा नहीं किया। लेकिन, हमें बड़े पैमाने पर काम करने के लिए प्रोत्साहन की जरूरत है। ऐसा संरक्षणवाद के जरिए नहीं, बल्कि सीमित समय तक समर्थन के जरिए करना चाहिए।''

महिंद्रा ने कहा कि उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना सही दिशा में है और इसने हमें क्षमता निर्माण करने का साहस दिया है।

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