देश की खबरें | महामारी में सभी हितधारकों ने भारत की 'स्वयं से पहले सेवा' की परंपरा का प्रदर्शन किया : मांडविया

नयी दिल्ली, 30 जुलाई केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को कहा कि जब दुनिया को कोविड-19 महामारी से निपटने की भारत की क्षमता पर संदेह हो रहा था तो ऐसे समय में देश के पेशेवर लोगों और सभी हितधारकों ने एकजुट होकर राष्ट्र की "स्वयं से पहले सेवा" की परंपरा का प्रदर्शन किया।

मांडविया ने कहा, "हमने अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमताओं के लिए लॉकडाउन प्रोटोकॉल और स्वास्थ्य संबंधी परामर्श का पालन किया। इसने हमें 2021 में सकारात्मक विकास पथ पर वापस ले जाने वाला पहला देश बनाया।"

स्वास्थ्य मंत्री ने अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान (एबीवीआईएमएस) और डॉ राममनोहर लोहिया अस्पताल के चौथे स्थापना दिवस-सह-दीक्षांत समारोह के अवसर पर यह बात कही। उन्होंने इस समारोह की अध्यक्षता भी की।

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान के अनुसार मांडविया ने कहा कि देश के युवा भारत को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

मांडविया ने डिग्री पाने वाले सभी छात्रों और पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और छात्रों को शिक्षा तथा प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रेरित करने वाले उनके माता-पिता तथा संकाय सदस्यों को विशेष रूप से धन्यवाद भी दिया।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, "हमने अगले 25 वर्षों के लिए भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था की रूपरेखा का निर्माण किया है। यह दृष्टिकोण न केवल हमारे चिकित्सा पेशेवरों के लिए अपार अवसर लाएगा बल्कि हमारे सभी राष्ट्र निर्माताओं को बेहतर तरीके से देश के नागरिकों की सेवा करने की अनुमति देगा।"

मांडविया ने कोविड-19 महामारी को सभी पहलुओं के मद्देनजर देश के लिए एक नया मोड़ करार देते हुए कहा, “जब दुनिया ने महामारी से निपटने में भारत की क्षमता पर सवाल उठाया तो हमारे पेशेवर लोगों और सभी हितधारकों ने एकजुट होकर भारत की स्वयं से पहले सेवा की परंपरा का प्रदर्शन किया जोकि सबसे महत्वपूर्ण था।"

मांडविया ने कहा कि देश एक सुलभ, सस्ती और रोगी के अनुकूल स्वास्थ्य प्रणाली की ओर आगे बढ़ रहा है।

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