देहरादून, 25 अगस्त उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों से अनियमितताओं के सबूत वाली सभी भर्ती परीक्षाओं को रद्द करने तथा चयन प्रक्रिया को नए सिरे से शुरू करने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती घोटाले की जारी जांच की स्थिति की बुधवार को समीक्षा करने के दौरान ये आदेश दिए । बैठक में मुख्य सचिव सुखबीर सिंह संधु, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार तथा अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी मौजूद थीं।
धामी ने कहा, ‘‘ऐसी सभी परीक्षाएं, जिनमें इस बात के सबूत हैं कि गड़बड़ियां हुईं हैं, उन्हें रद्द कर दिया जाना चाहिए तथा चयन प्रक्रिया दोबारा शुरू की जानी चाहिए।’’
आयोग द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुई धांधली की जांच कर रहे विशेष कार्यबल (एसटीएफ) से उन्होंने जांच में तेजी लाने, दोषियों की पहचान करके उन्हें गिरफ्तार करने तथा उनकी अवैध संपत्ति जब्त करने को कहा ।
धामी ने दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर अधिनियम तथा धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई करने को भी कहा । उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी प्रकार की भ्रष्ट या अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ।
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी परीक्षाएं जिनमें गड़बड़ी हुई,के जरिए भर्ती किए गए लोगों की नियुक्ति को भी रद्द किया जाए तथा उनके खिलाफ भी कानून के हिसाब से कार्रवाई की जाए ।
धामी ने कहा कि नई परीक्षाओं को समय पर संपन्न कराया जाए।
उन्होंने कहा कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के रिक्त चल रहे अध्यक्ष पद पर जल्द नियुक्ति की जाएगी । भर्ती परीक्षाओं में लगे अनियमितताओं के आरोपों के बीच पांच अगस्त को आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष एस राजू ने इस्तीफा दे दिया था ।
धामी ने कहा कि विभिन्न विभागों में रिक्तियों पर भर्ती निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से होनी चाहिए ।
चयन आयोग द्वारा पिछले साल चार और पांच दिसंबर को आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुए घोटाले में एसटीएफ अब तक आठ सरकारी कर्मचारियों समेत 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है । तीन पालियों में आयोजित परीक्षा में 160000 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था और इसमें 916 अभ्यर्थी चयनित हुये थे।
दीप्ति
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