चंडीगढ़, चार नवंबर हरियाणा के कई हिस्सों में शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'गंभीर' और 'बहुत खराब' श्रेणियों में दर्ज किया गया, जबकि पड़ोसी राज्य पंजाब के कुछ हिस्सों में यह 'खराब' श्रेणी में रहा।
पंजाब में पराली जलाने की 1,360 ताजा घटनाएं दर्ज की गईं। राज्य में किसानों द्वारा पराली जलाने की घटनाएं अब भी जारी हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार शनिवार शाम को फतेहाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 464 दर्ज किया गया, इसके बाद फरीदाबाद में 439, जींद में 428, कैथल में 426, हिसार में 425, सोनीपत में 414, सिरसा में 414, गुरुग्राम में 410, बहादुरगढ़ में 369, कुरूक्षेत्र में 325, रोहतक में 319 और भिवानी में एक्यूआई 307 दर्ज किया गया।
पंजाब के बठिंडा में एक्यूआई 385 दर्ज किया गया, इसके बाद लुधियाना में 301, जालंधर में 291, मंडी गोबिंदगढ़ में 277, अमृतसर में 264, खन्ना में 265 और पटियाला में एक्यूआई 247 दर्ज किया गया। वहीं, पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में एक्यूआई 179 दर्ज किया गया।
एक्यूआई शून्य से 50 के बीच 'अच्छा', 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'मध्यम', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है।
इस बीच, लुधियाना स्थित पंजाब रिमोट सेंसिंग केंद्र के आंकड़ों के अनुसार, खेतों में पराली जलाने की 1,360 घटनाएं सामने आईं, जिससे शनिवार तक पराली जलाने की घटनाओं की कुल संख्या बढ़कर 14,173 हो गई।
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