नयी दिल्ली, 16 नवंबर दिल्ली में बुधवार को लगातार तीसरे दिन वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई, जिसके शुक्रवार तक ‘बेहद खराब’ श्रेणी में जाने की आशंका है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 264 दर्ज किया गया, जो मंगलवार को 227 था। सोमवार को एक्यूआई 294 और रविवार को 303 दर्ज किया गया था।
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 ‘मध्यम’, 201 से 300 ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच एक्यूआई ‘गंभीर’ माना जाता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि शहर में न्यूनतम तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि अधिकतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
आईएमडी ने कहा कि अगले तीन से चार दिनों में तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आने का अनुमान है।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) के आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब में बुधवार को पराली जलाने की 1,358 घटनाएं हुई, जबकि मंगलवार को यह महज 141 थी।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत आने वाली पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर’ के मुताबिक, दिल्ली में पीएम2.5 कणों से होने वाले प्रदूषण में पराली जलाने की घटनाओं का योगदान बुधवार को चार प्रतिशत था।
वायु गुणवत्ता में सुधार के मद्देनजर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने सोमवार को प्राधिकारियों को दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में चरणबद्ध कार्रवाई कार्य योजना (जीआरएपी) के तीसरे चरण के तहत पाबंदियों को फौरन हटाने का निर्देश दिया था।
दिल्ली-एनसीआर में जीआरएपी के तीसरे चरण के तहत आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी निर्माण तथा विध्वंस कार्यों पर प्रतिबंध था।
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