मुंबई, 29 मार्च एयर इंडिया के पायलटों के निकाय ने एयरलाइन प्रबंधन पर उनकी सेवा शर्तों में एकतरफा ढंग से ‘त्वरित’ एवं ‘प्रतिगामी’ बदलाव करने के आरोप लगाए हैं।
इंडियन पायलट्स गिल्ड (आईपीजी) और इंडियन कमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन (आईसीपीए) ने एयर इंडिया के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सुरेश दत्त त्रिपाठी को लिखे एक पत्र में यह आरोप लगाया है।
पायलटों के निकाय ने कहा, ‘‘हमारे अधिकारों एवं सेवा समझौतों के एकतरफा ढंग से किए जा रहे सारे उल्लंघन इस उद्योग में अशांति को जन्म दे रहे हैं और मौजूदा प्रबंधन के प्रति कर्मचारियों का भरोसा डिग रहा है।’
एयर इंडिया के पायलटों ने 300 दिनों का अर्जित अवकाश इकट्ठा कर पाने के नियम में बदलाव कर इसे 60 दिन तक ही सीमित करने के एयरलाइन प्रबंधन के फैसले पर आपत्ति जताई है।
आईपीजी एयर इंडिया के चौड़े आकार वाले विमानों के पायलट की संस्था है जबकि आईसीपीए छोटे विमानों के पायलट का निकाय है।
प्रेम
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