नई दिल्ली: कोविड (Covid-19) से ठीक हो चुके कई लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) कम हो जाने से उन्हें हर्पीस संक्रमण (Herpes Infection) से लेकर बाल झड़ने जैसी त्वचा संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली (Delhi), मुंबई (Mumbai) तथा अन्य शहरों के त्वचा रोग विशेषज्ञों का मानना है कि अस्पताल से छुट्टी मिलने और घर पर पृथक-वास समाप्त करने के बाद भी कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों को अपनी त्वचा में किसी भी प्रकार की सूजन पर ध्यान देना चाहिए और अगर वह अनियंत्रित रूप से बढ़ती है तो तत्काल डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. Corona Outbreak: ओडिशा में पिछले 24 घंटे में 7,002 कोरोना के नए मामले दर्ज हुए , 42 लोगों की मौत
दिल्ली स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में कार्यरत वरिष्ठ त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ डीएम महाजन का कहना है कि कोविड से ठीक होने के बाद त्वचा की समस्याओं से जूझ रहे बहुत से मरीज इस डर से ओपीडी के चक्कर लगा रहे हैं कि कहीं उन्हें म्यूकरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस तो नहीं हो गया.
डॉ महाजन के अनुसार, लोगों को त्वचा संबंधी रोगों के बारे में सचेत रहना चाहिए लेकिन घबराना नहीं चाहिए. उन्होंने पीटीआई से कहा, “ठीक हो रहे कई कोविड मरीजों में त्वचा संबंधी समस्याएं सामने आ रही हैं और उनमें सबसे ज्यादा हर्पीस के मामले हैं. बहुत से मरीज जिनकी यह पुरानी समस्या है, हर्पीस का संक्रमण दोबारा उभर रहा है और अन्य लोगों में इसके नए मामले देखने को मिल रहे हैं. दोनों ही स्थिति में, रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होना इसका कारण है.”