लालकृष्ण आडवाणी ने 2002 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी की कुर्सी बचाई थी: जयराम रमेश
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने शनिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी ने 2002 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की कुर्सी बचाई थी.
देवघर (झारखंड), 4 फरवरी : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने शनिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी ने 2002 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की कुर्सी बचाई थी. प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ आडवाणी को देने की घोषणा की. इसके कुछ घंटों के बाद रमेश ने राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' से इतर देवघर जिले के मोहनपुर में संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा किया. आडवाणी को भारत रत्न देने के सवाल पर रमेश ने कहा, ‘‘वर्ष 2002 में, आडवाणी जी ने नरेन्द्र मोदी को बचाया था. तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मोदी को 'राज धर्म' का पाठ याद दिलाया था और उन्हें मुख्यमंत्री के पद से हटाना चाहते थे, लेकिन एक ही व्यक्ति था, जिसने उन्हें गोवा (भाजपा की बैठक) में बचाया था और वह आडवाणी थे.’’
गुजरात के गोधरा में 2002 में कारसेवकों से भरी ट्रेन को जलाने की घटना के बाद राज्य में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे और उस समय मोदी मुख्यमंत्री थे. रमेश ने दावा किया कि आडवाणी ने मोदी को ‘आयोजनों का शानदार प्रबंधक’’ बताते हुए बयान दिया था. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘आडवाणी जी ने कहा था कि नरेन्द्र मोदी उनके अनुयायी नहीं, बल्कि एक शानदार आयोजन प्रबंधक हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं आडवाणी जी और मोदी जी को देखता हूं तो इन दो चीजों को याद करता हूं.’’ यह भी पढ़ें : जगन मोहन रेड्डी ने मतदाताओं से कहा: 2.55 लाख करोड़ रुपये बांटने के लिए मैंने 124 बार बटन दबाया, मेरे लिए 2 बटन दबाएं
रमेश की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा की झारखंड इकाई के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा, ‘‘मोदी शासन में योग्यता के आधार पर पुरस्कार दिए जाते हैं. यह सरकार कांग्रेस से अलग है, जिसने केवल करीबी सहयोगियों को पुरस्कार दिए. कांग्रेस नेता इस बदलाव को पचा नहीं पा रहे हैं और हताशा में प्रतिक्रिया दे रहे हैं.’’