नयी दिल्ली, 18 मार्च अडाणी समूह की सभी 10 सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुए। इस बीच मीडिया में इस तरह की खबरें आई हैं कि अमेरिका ने समूह से संबंधित रिश्वत मामले में जांच का दायरा बढ़ा दिया।
उच्चतम न्यायालय द्वारा राजस्थान सरकार की बिजली वितरण कंपनी जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड से विलंबित भुगतान अधिभार के रूप में 1,300 करोड़ रुपये से अधिक की मांग वाली अडाणी पावर राजस्थान लिमिटेड की याचिका खारिज करने के बाद भी समूह की कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट आई।
बीएसई पर अडाणी टोटल गैस का शेयर 4.35 प्रतिशत, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस का शेयर 3.40 प्रतिशत, अंबुजा सीमेंट्स का शेयर 2.81 प्रतिशत और एसीसी का शेयर 2.43 प्रतिशत गिर गया।
एनडीटीवी के शेयर में 2.08 प्रतिशत की गिरावट आई, अडाणी विल्मर में 2.05 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं अडाणी ग्रीन एनर्जी में 1.67 प्रतिशत, अडाणी पोर्ट्स में 1.24 प्रतिशत, अडाणी एंटरप्राइजेज में 0.71 प्रतिशत और अडाणी पावर में 0.35 प्रतिशत की गिरावट आई।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिकी अभियोजकों ने समूह के खिलाफ अपनी जांच का दायरा बढ़ाकर इस बात पर ध्यान केंद्रित किया है कि क्या यह रिश्वतखोरी में शामिल था।
उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को अडाणी पावर राजस्थान लिमिटेड की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड से विलंब भुगतान अधिभार के रूप में 1,300 करोड़ रुपये से अधिक की मांग की गई थी।
अडानी पावर राजस्थान लिमिटेड (एपीआरएल) पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाते हुए न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस और पीवी संजय कुमार की पीठ ने फैसला सुनाया कि विविध आवेदन दाखिल करना अडाणी समूह की कंपनी द्वारा देर से भुगतान अधिभार (एलपीएस) के लिए उचित कानूनी सहारा नहीं था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)