वाशिंगटन, 12 जून अमेरिका में जीवन के लगभग हर क्षेत्र में भारतीय अमेरिकी प्रवासियों की उपलब्धियों के लिए उनकी सराहना करते हुए, अमेरिका में भारत के शीर्ष राजदूत ने शनिवार को कहा कि ये उपलब्धियां दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय-संबंधों का प्रतिबिंब है।
कोविड-19 महामारी के बाद वाशिंगटन डीसी के इंडिया हाउस में देशभर के प्रतिष्ठित भारतीय-अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित करते हुए भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने इस प्रभावशाली समुदाय की सराहना की जो अमेरिका की कुल आबादी का एक प्रतिशत है।
उन्होंने कहा, ''आप सभी ने पिछले ढाई दशकों में भारत-अमेरिका संबंधों को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आपकी उपलब्धियां वास्तव में आज भारत-अमेरिका के संबंधों का प्रतिबिंब हैं।''
उन्होंने बताया, हाल के वर्षों में इंडिया हाउस में भारतीय अमेरिकी प्रवासियों की इस सभा में बाइडन प्रशासन, विभिन्न संगठनों के प्रमुख लोग, शीर्ष उद्यमी, वैज्ञानिक, शिक्षाविद, सिविल सेवक, स्थानीय कलाकार शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ''मैं देख सकता हूं कि शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र है जिसका आज यहां प्रतिनिधित्व नहीं किया गया है।''
संधू ने कहा, ''आज हमारे पास बहुराष्ट्रीय कंपनियों के कई सीईओ हैं, मेहनती पेशेवर, उत्साही उद्यमी, कैलिफोर्निया और अन्य राज्यों के स्व-निर्मित किसान, थिंक टैंक के सदस्य,प्रमुख शिक्षाविद और वैज्ञानिक हैं। साथ ही हमारे पास गैर-लाभकारी संगठन कार्यकर्ता भी हैं, जो संकटग्रस्त महिलाओं की सहायता कर रहे हैं।''
उन्होंने कहा, यह सब संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय अमेरिकी प्रवासियों की ताकत को दर्शाता है। हमें आपकी उपलब्लधियों पर गर्व है।''
इस स्वागत समारोह में अमेरिका के ह्यूस्टन, सैन फ्रांसिस्को, अटलांटा, शिकागो और न्यूयॉर्क में इसके अन्य राजनयिक मिशनों के भारतीय महावाणिज्य दूत भी शामिल हुए।
अपने संबोधन में, भारतीय राजनयिक ने भारत के प्रति समर्थन के लिए समुदाय के नेताओं की प्रशंसा की।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)