नयी दिल्ली, 24 मार्च आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से शरत चंद्र रेड्डी के साथ अपने संबंधों पर ‘चुप्पी’ बनाए रखने पर सवाल उठाया।
रेड्डी की कंपनियों ने कथित तौर पर चुनावी बॉण्ड के माध्यम से भाजपा को 60 करोड़ रुपये का चंदा दिया है।
अरबिंदो फार्मा के रेड्डी को केंद्रीय एजेंसी ने पिछले नवंबर में आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार किया था। आरोपों पर रेड्डी या उनकी कंपनी की ओर से कोई टिप्पणी उपलब्ध नहीं कराई गयी है।
भाजपा की ओर से भी आरोपों पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह भारत के निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर स्थापित है कि भाजपा ने कथित दिल्ली आबकारी नीति के मुख्य आरोपी शरत चंद्र रेड्डी से 55 करोड़ रुपये का चंदा वसूला है, जिसे गिरफ्तारी के बाद घोटाले का ‘सरगना’ का खिताब भी दिया गया था।
आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता ने इस पूरे मामले में भाजपा की 'चुप्पी' पर आश्चर्य जताया। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘अनुराग ठाकुर, स्मृति ईरानी, मनोज तिवारी और वीरेन्द्र सचदेवा सहित उसके (भाजपा के) प्रमुख नेता एवं मंत्री ‘चुप’ क्यों हैं। हर कोई इस बात को लेकर हतप्रभ है कि (आखिर) हुआ क्या है। यह मामला कैसे सामने आया?’’
उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में भाजपा से तीन सवाल पूछे।
उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि भाजपा शरत चंद्र रेड्डी को कैसे जानती है? उनके बीच क्या संबंध है? धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के मुख्य आरोपी को भाजपा कैसे जानती है? भाजपा के कौन-कौन से नेता उनसे मिले? वे कब और कहां मिले? उन्होंने लेन-देन के बारे में क्या चर्चा की?”
आप के वरिष्ठ नेता ने कहा कि चुनावी बॉण्ड यूं ही दान नहीं किये जाते। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि किसी ने उनके दरवाजे पर 50 करोड़ रुपये का बॉण्ड रखा हो और भाजपा के लोगों ने सुबह अपना कार्यालय खोला और अचानक देखा कि 'ओह, बॉण्ड (रखा) है!आरोपी ने व्यक्तिगत रूप से किसी को बॉण्ड दिया होगा, चाहे वह मंत्री हो या कोई अध्यक्ष।’’
उन्होंने कहा कि दूसरा सवाल यह है कि भाजपा को रेड्डी से उनकी कंपनियों के जरिये 60 करोड़ रुपये का भारी भरकम चंदा क्यों मिला?
तीसरा सवाल: भाजपा ने ये सारे लेन-देन सभी से क्यों छिपाए? उन्होंने सवाल किया कि अगर भाजपा दोषी नहीं है तो उन्होंने इन तथ्यों का खुलासा प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो और भारत के नागरिकों के सामने क्यों नहीं किया?
आप ने शनिवार को ईडी से भाजपा के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि भगवा पार्टी को चुनावी बॉण्ड के माध्यम से कथित दिल्ली आबकारी नीति घोटाले के एक आरोपी से करोड़ों रुपये मिले।
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