नयी दिल्ली, नौ नवंबर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश की सरकार स्थानीय स्रोतों से होने वाला प्रदूषण कम करने के लक्ष्य से 11 नवंबर से खुले में कचरा और अन्य जैविक पदार्थ जलाने के खिलाफ एक महीने लंबा अभियान शुरू कर रही है।
वायु प्रदूषण से जुड़े विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि शहर में धूल के खिलाफ दूसरे चरण का अभियान 12 नवंबर से 12 दिसंबर तक चलेगा।
उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण के स्तर में वृद्धि दीवाली के दिन पटाखे जलाने और पड़ोसी राज्यों में पराली जलने का नतीजा है। इसके कारण शहर पर धुंध का बादल छा गया था।
राय ने कहा, ‘‘पड़ोसी राज्यों में पराली जलने से रोकना हमारे हाथों में नहीं है, लेकिन स्थानीय स्रोतों से होने वाला प्रदूषण कम करने के लिए प्रयास कर सकते हैं।’’
दिल्ली में प्रदूषण के चार मुख्य स्रोत हैं... धूल, वाहनों से निकलने वाला धुआं, कचरा जलाना और खेतों में आग (पराली जलना)।
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